विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक 2022
हाल ही में रिपोर्टर्स विदाउट बॉर्डर्स (RSF) द्वारा‘विश्व प्रेस स्वतंत्रता सूचकांक’, 2022 (World Press Freedom Index 2022) जारी किया गया है ।
इस रिपोर्ट की 180 देशों की सूची में भारत को 150वां स्थान दिया गया है। जबकि पिछले वर्ष यह 142 था ।
महत्वपूर्ण निष्कर्ष:
- इस रिपोर्ट में शीर्ष स्थान पाने वाले देश हैं : नॉर्वे (पहला) डेनमार्क (दूसरा), स्वीडन (तीसरा)
- सबसे खराब स्थिति वाले देशों में उत्तर कोरिया (निम्नतम) और रूस को 155वें स्थान पर रखा गया।
- ध्रुवीकरण: रिपोर्ट से पता चलता है कि सूचना अराजकता की वजह से “ध्रुवीकरण” में दो गुना वृद्धि हुई है, यानी मीडिया द्वारा किया गया ध्रुवीकरण, देशों के भीतर विभाजन को बढ़ावा दे रहा है, साथ ही मीडिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देशों के बीच ध्रुवीकरण को बढ़ा रहा है।
भारत के संदर्भ में:
- रिपोर्ट के अनुसार, भारत “मीडिया के लिए दुनिया के सबसे खतरनाक देशों में से एक है”, और यहाँ पत्रकार हर तरह की शारीरिक हिंसा के शिकार होते हैं।
- सूचकांक में भारत का स्थान 2016 से लगातार गिर रहा है। 2016 में भारत 133वें स्थान पर था।
भारत के पड़ोसी देशों की सूचकांक में स्थिति: नेपाल (76वां स्थान), पाकिस्तान (157वां स्थान), श्रीलंका (146वां), बांग्लादेश (162वां) और चीन (175वां स्थान) ।
सरकार रिपोर्ट के निष्कर्षों से सहमत नहीं है: सरकार द्वारा उद्धृत कारण हैं: – “बहुत कम नमूना आकार, लोकतंत्र के मूल सिद्धांतों को बहुत कम या कोई महत्व नहीं, संदिग्ध और गैर-पारदर्शी कार्यप्रणाली को अपनाना”।
स्रोत –द हिन्दू