वर्ल्ड एम्प्लॉयमेंट एंड सोशल आउटलुक ट्रेंड्स 2023 रिपोर्ट जारी
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन द्वारा (ILO) “वर्ल्ड एम्प्लॉयमेंट एड सोशल आउटलुकः ट्रेंड्स 2023” रिपोर्ट जारी की गई है।
यह अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO) द्वारा जारी एक वार्षिक रिपोर्ट है। यह रिपोर्ट 2023 और 2024 के लिए श्रम बाजार से संबंधित अनुमान प्रदान करती है। साथ ही, श्रम उत्पादकता वृद्धि में आए रुझानों को भी सामने लाती है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष–
- वर्ष 2023 में वैश्विक रोजगार में केवल 1 प्रतिशत की वृद्धि होगी। वैश्विक बेरोजगारी दर के 8 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया गया है।
- उभरते भू–राजनीतिक तनाव, महामारी से रिकवरी और आपूर्ति श्रृंखलाओं में मौजूद समस्याओं ने श्रम बाजार में गिरावट के रुझान को बढ़ा दिया है।
- वर्ष 2022 में महिलाओं की श्रम बल भागीदारी दर 4 प्रतिशत थी, जबकि पुरुषों की भागीदारी 72.3 प्रतिशत थी।
- एशिया और प्रशांत तथा लैटिन अमेरिका एवं कैरेबियन में वार्षिक रोजगार वृद्धि लगभग 1% होने का अनुमान है।
अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन (ILO)
- ILO संयुक्त राष्ट्र की एक विशेष एजेंसी है। इसका मुख्यालय स्विट्जरलैंड के जिनेवा में स्थित है।
- यह एकमात्र त्रिपक्षीय संयुक्त राष्ट्र एजेंसी है, जो 187 सदस्य देशों की सरकारों, नियोक्ताओं और श्रमिकों को एक मंच पर लाती है।
- इसका उद्देश्य विश्व की सभी महिलाओं और पुरुषों के लिए गरिमापूर्ण कार्य को बढ़ावा देने हेतु श्रम मानक बनाना है।
- इसका गठन वर्ष 1919 में वर्साय की संधि के तहत किया गया था ।
- इसे सामाजिक न्याय सुनिश्चित करके राष्ट्रों के बीच बंधुत्व को बढ़ावा देने के लिए 1969 के नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था ।
ILO द्वारा प्रकाशित अन्य रिपोर्ट हैं: वैश्विक मजदूरी रिपोर्ट और विश्व सामाजिक सुरक्षा रिपोर्ट ।
स्रोत – द हिन्दू