भारत में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (GCTM) की स्थापना
हाल ही में भारत में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (GCTM) की स्थापना को स्वीकृति प्रदान की गई ।
- केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने गुजरात के जामनगर में WHO-GCTM (WHO Global Centre for Traditional Medicine in India) की स्थापना के लिए मंजूरी दे दी है।
- इसकी स्थापना के लिए भारत सरकार और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने “मेजबान देश समझौते (Host Country agreement) पर हस्ताक्षर किए हैं।
- इसकी स्थापना आयुष मंत्रालय के तहत की जाएगी। यह विश्व भर में पारंपरिक चिकित्सा के लिए प्रथम और सुदूर स्थित एकमात्र वैश्विक केंद्र (कार्यालय) होगा।
GCTM के लाभ
- इससे वैश्विक स्तर पर आयुष प्रणालियों को स्थापित करने में सहायता मिलेगी।
- इससे भारत को पारंपरिक चिकित्सा से संबंधित वैश्विक स्वास्थ्य मामलों में नेतृत्व करने का अवसर मिलेगा।
- यह पारंपरिक चिकित्सा की गुणवत्ता, सुरक्षा और प्रभावकारिता, पहुंच और तर्कसंगत उपयोग को सुनिश्चित करेगा।
- इससे प्रासंगिक तकनीकी क्षेत्रों में डेटा आधारित विश्लेषण और प्रभाव आकलन के लिए मानदंडों, मानकों, और दिशा-निर्देशों को विकसित करने में सहायता मिलेगी।
- इससे पारंपरिक चिकित्सा से संबंधित प्रासंगिक क्षेत्रों में आवश्यक क्षमता निर्माण करने और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आयोजित करने में सहायता मिलेगी।
पारंपरिक चिकित्सा को बढ़ावा देने के लिए किए गए अन्य उपायः
- योग प्रमाणन बोर्ड (Yoga Certification Board: YCB): इसे दुनिया भर में योग से जुड़े पेशेवरों के ज्ञान और कौशल में तालमेल, गुणवत्ता और एकरूपता लाने के लिए स्थापित किया गया है।
- आयुष प्रणाली के बारे में प्रामाणिक जानकारी का प्रसार करने के लिए 31 देशों में आयुष सूचना प्रकोष्ठ (AYUSH Information Cell) की स्थापना की गई है।
ट्रेडिशनल मेडिसिन यानी पारंपरिक चिकित्सा क्या है?
यह उन स्वास्थ्य संबंधी पद्धतियों, दृष्टिकोणों, ज्ञान और विश्वासों को संदर्भित करता है, जिनमें किसी रोग के इलाज, निदान और रोकथाम या बेहतरी के लिए पादपों, आध्यात्मिक उपचार के तरीकों आदि को शामिल किया जाता है। इसमें आयुर्वेद, योग, प्राकृतिक चिकित्सा, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी (आयुष) और सोवा रिग्पा शामिल हैं।
स्रोत –द हिन्दू