तियानवेन 1 मंगल की कक्षा में प्रवेश (Tianwen 1)
तियानवेन 1 (Tianwen 1) Mars Mission China नाम का एक चीनी अंतरिक्ष यान 10 फरवरी, 2021 को सफलतापूर्वक मंगल की कक्षा में प्रवेश कर गया। यह मिशन मंगल ग्रह पर चीन का पहला स्वतंत्र मिशन है। इसे चीन का मंगल मिशन भी कहा जाता है।
मिशन का उद्देश्य:
- इस मिशन को चीन के स्थानीय समयानुसार 12:40 बजे (भारतीय समय- 10:10 बजे) वेनचांग अतंरिक्ष केंद्र से ‘लॉन्ग मार्च-5’ रॉकेट के ज़रिए प्रक्षेपित किया गया है।
- इस मिशन को ‘तियानवेन-1’ (Tianwen 1 Mars Mission China) या ‘क्वेश्चन्स टू हेवेन’ (स्वर्ग से सवाल) कहा जा रहा है।
- चीनी मंगल मिशन में ग्रह की परिक्रमा, लैंडिंग और रोविंग सम्मिलित है।
- तियानवेन -1 (Tianwen 1 Mars Mission China) मिशन एक लैंडिंग कैप्सूल भेजने का प्रयास करेगा जो 240 किलोग्राम के रोवर को ले जायेगा। इसरोवर को मंगल के उत्तरी गोलार्ध में भेजा जाएगा जिसे यूटोपिया प्लैनिटिया कहा जाता है।
- इस रोवर को सफलतापूर्वक लैंड करने के बाद, सौर ऊर्जा से चलने वाला रोवर 90 दिनों के लिए मंगल की सतह की खोज करेगा।
- यह रोवर मिट्टी का अध्ययन करेगा और यह भी पता लगाएगा की प्राचीन काल में जीवन के संकेत की खोज करेगा।
मुख्य बिंदु:
- पृथ्वी से साढ़े 6 महीने का सफर तय करने के बाद इस प्रोब ने मंगल ग्रह की कक्षा में प्रवेश किया।
- कक्षा में पहुंचने के बाद, रोबोट प्रोब को शुरू किया गया और थ्रस्टर्स के 15 मिनट चालू किया गया।
- चीन ने मंगल ग्रह की ओर अपना पहला रॉकेटतियानवेन-1 पिछले वर्ष जुलाई महीने में लॉन्च किया है।
- इसके साथ ही चीन मंगल पर अपना रोवर भेजने वाले देशों की सूची में शामिल हो गया था।
- फिलहाल चीन अकेला देश नहीं है जो मंगल तक पहुँचने की प्रयास में लगा है। संयुक्त अरबअमीरात ने कुछ ही दिन पहले अपना स्वतंत्र मार्स ऑर्बिटर लॉन्च किया है, जो मंगल ग्रह कीकक्षा में रह कर उसकी परिक्रमा करेगा।
- वहीं अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा अगले हफ्ते अपना “परजीवियरेंस”रोवर लॉन्च करने की तैयारी में है।
स्रोत – द हिन्दू