स्वतंत्रता से पहले, सांप्रदायिकता भारत के राष्ट्रीय प्रवचन का एक अभिन्न अंग था
Question – “स्वतंत्रता से पहले, सांप्रदायिकता भारत के राष्ट्रीय प्रवचन का एक अभिन्न अंग था”। उपरोक्त कथन के आलोक में भारत में साम्प्रदायिकता के विकास की विवेचना कीजिए। साथ ही वर्तमान और भूतकाल में इसके