‘स्वनिधि से समृद्धि‘ कार्यक्रम
हाल ही में ‘स्वनिधि से समृद्धि’ (SVANidhi se Samriddh) कार्यक्रम का अतिरिक्त 126 शहरों में विस्तार किया गया है ।
स्वनिधि से समृद्धि कार्यक्रम स्ट्रीट वेंडर्स (पथ विक्रेताओं) हेतु शुरू किया गया है। यह कार्यक्रम उनके समग्र विकास और सामाजिक-आर्थिक उत्थान के लिए सामाजिक सुरक्षा लाभ प्रदान करता है।
- ‘स्वनिधि से समृद्धि’, पीएम स्वनिधि/SVANidhi (प्रधान मंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि) की एक अतिरिक्त योजना है। इसे जनवरी 2021 को 125 शहरों (चरण-1) में शुरू किया गया था। इस चरण में लगभग 35 लाख स्ट्रीट वेंडर्स और उनके परिवारों को शामिल किया गया था।
- चरण-1 की सफलता को ध्यान में रखते हुए आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय (MoHUA) ने योजना का विस्तार शुरू किया। इसके तहत वित्त वर्ष 2022-23 में कुल 20 लाख योजनागत स्वीकृतियों का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। साथ ही, 28 लाख स्ट्रीट वेंडर और उनके परिवारों को शामिल करने का लक्ष्य रखा गया है।
- भारतीय गुणवत्ता परिषद इस कार्यक्रम का कार्यान्वयन भागीदार है।
‘स्वनिधि से समृद्धि’ योजना के लाभ
- योजना के तहत वेंडर 10,000 रुपये तक की कार्यशील पूंजी ऋण के रूप में प्राप्त कर सकते हैं। इस राशि को एक वर्ष की अवधि में मासिक किस्तों में चुकाया जा सकता है।
- ऋण के नियमित भुगतान पर 7% प्रतिवर्ष की दर से ब्याज सब्सिडी प्रदान की जाती है।
- ऋण की शीघ्र चुकौती पर कोई शुल्क नहीं है।
- डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए प्रति माह 100 रुपये तक की राशि कैशबैक प्रोत्साहन के रूप में दी जाती है।
- यदि वेंडर ऋण को समय पर या समय से पहले चुकाते हैं, तो वे निर्धारित राशि से अधिक ऋण प्राप्ति की सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
पीएम स्वनिधि
- पीएम स्वनिधि (PM SVANidhi) जून 2020 में शुरू की गई केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना है। इसका उद्देश्य स्ट्रीट वेंडरों को एक किफायती कार्यशील पूंजीगत ऋण प्रदान करना है ।
- भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) इस योजना की कार्यान्वयन एजेंसी है।
स्रोत –द हिन्दू