सरकार द्वारा ट्रांसजेंडर समुदाय और भिखारियों के लिए SMILE योजना
हाल ही में सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने (स्माइल) SMILE योजना – आजीविका और उद्यम के लिए वंचित व्यक्तियों की सहायता योजना की शुरुआत की है।
‘SMILE योजना’ “स्माइल” केंद्रीय क्षेत्र की एक योजना है। यह योजना ट्रांसजेंडर समुदाय और भिक्षुकों का कल्याण एवं पुनर्वास करने के लिए शुरू की गई है।
यह योजना वर्ष 2021-22 से वर्ष 2025-28 तक लागू रहेगी।
स्माइल (SMILE) योजना की दो उप–योजनाएं निम्नलिखित हैं:
ट्रांसजेंडर व्यक्तियों के कल्याण के लिए व्यापक पुनर्वास की केंद्रीय क्षेत्र की योजना
इस उप–योजना के निम्नलिखित घटक हैं:
- इसमें नौवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे ट्रांसजेंडर छात्रों को स्नातकोत्तर तक छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी।
- प्रधान मंत्री-दक्ष योजना के तहत कौशल विकास और आजीविका के लिए प्रावधान किए गए हैं।
- यह वंचित वर्ग के कौशल विकास हेतु एक योजना है।
- इसमें ‘गरिमा गृह का प्रावधान किया गया है। यहां ट्रांसजेंडर समुदाय एवं भिक्षुकों के लिए आवास, भोजन, कपड़े, मनोरंजन की सुविधाएं, कौशल विकास के अवसर आदि प्रदान किए जाएंगे।
- अपराधों के मामलों की निगरानी के लिए प्रत्येक राज्य में ट्रांसजेंडर सुरक्षा प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी। प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना के साथ संयोजन में समग्र चिकित्सा स्वास्थ्य पैकेज प्रस्तुत किया गया है। इसके माध्यम से चयनित अस्पतालों में जेंडर-रिऐफर्मेशन सर्जरी में सहायता की जाएगी।
- ई-सेवाओं (राष्ट्रीय पोर्टल और हेल्पलाइन एवं विज्ञापन) का प्रावधान भी किया गया है।
भिक्षुकों का व्यापक पुनर्वासः
इस उप-योजना में सर्वेक्षण व पहचान, जुटाव (Mobilization). बचाव/आश्रय गृह और व्यापक पुनर्वास पर बल दिया जायेगा।
स्माइल योजना के अन्य प्रावधान निम्नलिखित हैं:
- ट्रांसजेंडर समुदाय और भिक्षुकों को कौशल विकास/व्यावसायिक प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। इससे वे स्वरोजगार में संलग्न होकर अपनी आजीविका को जारी रख सकेंगे और गरिमापूर्ण जीवन जी सकेंगे।
- दिल्ली, बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद आदि में व्यापक पुनर्वास पर प्रायोगिक परियोजनाएं शुरू की गई हैं।
स्रोत –द हिन्दू