शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार (एसएसबी) 2022
हाल ही में वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) ने 2022 के लिए ‘शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी)’ पुरस्कार विजेताओं की सूची सार्वजनिक कर दी है।
विजेताओं में 7 विषयों के अंतर्गत कुल 12 युवा वैज्ञानिकों को विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए भारत के शीर्ष शांति स्वरूप भटनागर पुरस्कार (एसएसबी) से सम्मानित किया जाएगा । हालाँकि इस वर्ष के लिए किसी महिला वैज्ञानिक को नहीं चुना गया है ।
पुरस्कारों की घोषणा ‘वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय विज्ञान संचार और नीति अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर–एनआईएससीपीआर)’ के एक सप्ताह-एक प्रयोगशाला (वन वीक वन लैब) कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में की गई है ।
शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी) पुरस्कार
- विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए शांति स्वरूप भटनागर (एसएसबी) का वार्षिक पुरस्कार, 1957 में स्थापित किया गया।
- इसका नाम सीएसआईआर के संस्थापक-निदेशक डॉ. शांति स्वरूप भटनागर के नाम पर रखा गया है। यह पुरस्कार हर साल 45 वर्ष से कम आयु के वैज्ञानिकों को दिया जाता है।
- इसके तहत पांच लाख रुपये और एक प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
पुरस्कार विजेताओं की सूची
- जैविक विज्ञान : यह संयुक्त रूप से सीएसआईआर-माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी संस्थान के डॉ. अश्वनी कुमार और सेंटर फॉर डीएनए फिंगरप्रिंटिंग डायग्नोस्टिक्स के डॉ. मदिका सुब्बा रेड्डी को प्रदान किया गया है।
- रासायनिक विज्ञान: यह संयुक्त रूप से भारतीय विज्ञान संस्थान के डॉ. अक्कट्टू टी बीजू और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बॉम्बे) के डॉ. देवब्रत मैती को प्रदान किया गया है।
- पृथ्वी, वायुमंडल और ग्रह विज्ञान : यह पुरस्कार भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (गांधीनगर) के डॉ. विमल मिश्रा को दिया गया है।
- इंजीनियरिंग विज्ञान : यह संयुक्त रूप से भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (दिल्ली) के डॉ. दीप्ति रंजन साहू और भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मद्रास) के डॉ. रजनीश कुमार को प्रदान किया गया है।
- गणितीय विज्ञान : यह संयुक्त रूप से भारतीय विज्ञान संस्थान के डॉ. अपूर्व खरे और माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च लैब के डॉ. नीरज कयाल को प्रदान किया गया।
- चिकित्सा विज्ञान: यह सीएसआईआर-भारतीय रासायनिक जीवविज्ञान संस्थान के डॉ. दीप्यमान गांगुली को प्रदान किया गया है
- भौतिक विज्ञान : यह संयुक्त रूप से भारतीय विज्ञान संस्थान के डॉ. अनिंद्य दास और भौतिकी टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ फंडामेंटल रिसर्च के डॉ. बासुदेब दासगुप्ता को प्रदान किया जाता है।
सीएसआईआर के बारे में
- वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद की स्थापना भारत सरकार द्वारा 1942 में की गई थी । इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है ।
- यह एक स्वायत्त निकाय है, जो भारत में सबसे बड़े अनुसंधान और विकास संगठन के रूप में कार्य करता है ।
- यह दुनिया के सबसे बड़े सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित अनुसंधान एवं विकास संगठनों में से एक है।
- सीएसआईआर एक अखिल भारतीय संस्थान है जिसमें 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 दूरस्थ केंद्रों, 3 नवोन्मेषी परिसरों और 5 इकाइयों का एक सक्रिय नेटवर्क शामिल है।
- सीएसआईआर का वित्तपोषण विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा किया जाता है तथा यह सोसायटी पंजीकरण अधिनियम, 1860 के अंतर्गत एक स्वायत्त निकाय के रूप में पंजीकृत है।
संगठनात्मक संरचना:
- भारत का प्रधानमंत्री इसका पदेन अध्यक्ष होता है, एवं केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री पदेन उपाध्यक्ष होता है ।
- इसके अतिरिक्त वित्त सचिव (व्यय) इसका पदेन सदस्य होता हैं। अन्य सदस्यों का कार्यकाल तीन वर्षों का होता है।
- परिषद का उद्देश्य राष्ट्रीय महत्त्व से संबंधित वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान (Scientific and Industrial/Applied Research) करना है।
स्रोत – डाउन टू अर्थ