RBI द्वारा AI-संचालित UPI भुगतान सुविधाओं की घोषणा
हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ( RBI) ने एकीकृत भुगतान इंटरफ़ेस (UPI) के माध्यम से डिजिटल भुगतान को आगे बढ़ाने के लिए कई उपाय (फीचर्स) प्रस्तुत किए हैं।
UPI कई बैंक खातों (भागीदार बैंक) को एक एकल मोबाइल एप्लीकेशन में समाहित करता है तथा कुछ नियत बैंकिंग सेवाओं की सुविधा प्रदान करता है। इसे राष्ट्रीय भुगतान निगम द्वारा विकसित किया गया है।
UPI की मुख्य विशेषताएं:
- इसके जरिए व्यक्ति-से-व्यक्ति (P2P) और व्यक्ति – से – व्यापारी ( P2M) दोनों तरह के भुगतान किए जा सकते हैं।
- यह धन के त्वरित अंतरण, बिल- शेयरिंग फैसिलिटी आदि की सुविधा प्रदान करता है।
लाये गए नए फीचर्स:
- संवाद युक्त भुगतान: आरबीआई यूपीआई पर यूजर्स को सुरक्षित लेन-देन शुरू करने और पूरा करने के लिए AI – संचालित सिस्टम (एआई बॉट्स के साथ ऑडियो इंटरेक्शन) के साथ संवाद में शामिल होने में सक्षम बनाता है । इस इनोवेटिव मोड का उद्देश्य उपयोग में आसानी बढ़ाना और यूपीआई की पहुंच का विस्तार करना है। कम मूल्य के डिजिटल भुगतान के लिए प्रति लेन-देन सीमा 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करके UPI – लाइट के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है ।
- एनएफसी के साथ ऑफ़लाइन लेनदेन : आरबीआई नियर फील्ड कम्युनिकेशन (एनएफसी) तकनीक का उपयोग करके ऑफ़लाइन लेनदेन को सक्षम करने का प्रस्ताव करता है।
- छोटे मूल्य के भुगतान के लिए लेनदेन सीमा में वृद्धि : छोटे मूल्य के ऑफ़लाइन डिजिटल भुगतान के लिए लेनदेन की सीमा को बढ़ाकर ₹500 कर दिया जाएगा। जोखिमों को कम करने के लिए ₹2,000 की कुल सीमा बनी रहेगी । यह समायोजन रोजमर्रा के छोटे मूल्य के लेनदेन के लिए तेज, अधिक विश्वसनीय और संपर्क रहित भुगतान की सुविधा प्रदान करता है।
- यूपीआई-लाइट का विस्तार : बैंकों के लिए प्रसंस्करण संसाधनों को अनुकूलित करने के उद्देश्य से आरबीआई द्वारा शुरू किया गया यूपीआई-लाइट वॉलेट अब प्रति माह 10 मिलियन से अधिक लेनदेन की प्रक्रिया करता है, जिससे लेनदेन की विश्वसनीयता बढ़ती है।
UPI-लाइट के बारे में:
UPI-लाइट एक ऑन-डिवाइस वॉलेट सेवा है। यह रियल टाइम में प्रेषक बैंक के कोर बैंकिंग सिस्टम का उपयोग किए बिना कम मूल्य वाले लेन-देन को सक्षम बनाती है।
स्रोत – लाइव मिंट