क्वाड शिखर सम्मेलन
- हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरीसन, जापान के प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाईडेन ने12 मार्च, को मिलकर क्वाड (Quad)शिखर सम्मेलन में वर्चुअली हिस्सा लिया।
- क्वाड शिखर सम्मेलन का आयोजन अमेरिका द्वारा एक आभासी मंच पर किया गया।
मुख्य बिंदु
- क्वाड नेताओं ने साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की ,इसके साथ ही साझा हित के वर्चुअल समिट में देशों को लचीली आपूर्ति श्रृंखलाओं, समुद्री सुरक्षा, कोविड-19, जलवायु परिवर्तन और उभरती और महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियों जैसी समकालीन चुनौतियों के समाधानों पर चर्चा की ।
चतुर्भुज सुरक्षा संवाद (Quadrilateral Security Dialogue-QUAD)
- इसे एशियाई नाटो के रूप में देखा जाता है। यह जापान, अमेरिका, भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक अनौपचारिक रणनीतिक मंच है। यह अर्ध-नियमित शिखर सम्मेलन आयोजित करता है। यह 2007 में जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे द्वारा शुरू किया गया था।
महत्व
- इस समूह के सभी चार सदस्य देश इंडो-पैसिफिक क्षेत्र को मुक्त और समावेशी बनाने का लक्ष्य रखते हैं। यह समूह प्रसार और आतंकवाद जैसी चुनौतियों से निपटने को प्रतिबद्ध है। इसके सदस्य चीन की अतिमहत्वाकांक्षी नीतियो तथा उत्तर कोरिया के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों पर लगाम लगाने में सहयोग करते हैं।
क्वाड की आवश्यकता
- भारत और भूटान जैसे अपने पड़ोसियों की सीमाओं के साथ चीन के आक्रामक कदमों ने क्वाड को चीनी चालों का मुकाबला करने के लिए मजबूर किया है। पूर्वी सागर और दक्षिण चीन सागर के क्षेत्र में व्यापार और नेविगेशन को लेकर चिंताएं जताई जा रही हैं।
स्रोत: द हिंदू