संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन
हाल ही में ईरान ने निगरानीकर्ता की रिपोर्ट में उल्लेखित मात्रा से 20% अधिक संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन किया है ।
ध्यातव्य है कि संयुक्त व्यापक कार्य योजना (Joint Comprehensive Plan of Action: JCPOA) की शों के तहत, अनुसंधान रिएक्टर गतिविधियों को छोड़कर ईरान को 3.67% से अधिक संवर्धित यूरेनियम का उत्पादन करने से प्रतिबंधित किया गया था।
JCPOA पर ईरान और P5+1 (चीन, फ्रांस, जर्मनी, रूस, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) देशों ने हस्ताक्षर किए थे। वर्ष 2018 में संयुक्त राज्य अमेरिका इस समझौते से पीछे हट गया था। ज्ञातव्य है कि 90% से अधिक संवर्धित यूरेनियम का परमाणु हथियारों के निर्माण में उपयोग किया जा सकता है।
यूरेनियम (U) के बारे में
- यह एक प्राकृतिक रूप से पाया जाने वाला रेडियोधर्मी तत्व है। प्राकृतिक रूप से, 27 प्रतिशत यूरेनियम U-238 के रूप में जबकि शेष अन्य समस्थानिकों जैसे कि U-235 (0.72%) और U-234 (0.006%) आदि में पाया जाता है।
- यूरेनियम सभी चट्टानों और मृदा में, जल एवं वायु में तथा प्राकृतिक तत्वों से निर्मित पदार्थों मेंअत्यंत अल्प मात्रा में पाया जाता है। यह एक अभिक्रियाशील धातु है और इसलिए यह वातावरण में मुक्त यूरेनियम के रूप में मौजूद नहीं है।
यूरेनियम संवर्धन, प्राकृतिक यूरेनियम में U-235 के प्रतिशत को निम्नलिखित विभिन्न संवर्धन स्तरों तक बढ़ाकर एक प्रभावी परमाणु ईंधन बनाने की प्रक्रिया है-
- निम्न समृद्ध यूरेनियम (Low Enriched Uranium): U235 के स्तर से 5% कम संवर्धित। इसे आमतौर पर परमाणु रिएक्टरों में ईंधन के रूप में उपयोग किया जाता है।
- अत्यधिक समृद्ध यूरेनियम (Highly Enriched Uranium): U-235 के स्तर से 20% या अधिक संवर्धित। इसका सामान्यतः परमाणु अनुसंधान, नौसैनिक प्रणोदन आदि में उपयोग किया जाता है।
- हथियार श्रेणी (Weapon Grade): U-235 के स्तर से 90% या अधिक संवर्धित।
स्रोत– द हिन्दू