PNGRB द्वारा सिटीगैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) नेटवर्क के लिए बोलियां आमंत्रित
हाल ही में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (PNGRB) ने सिटीगैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) नेटवर्कके लिए बोलियां आमंत्रित की हैं ।
- हाल ही में, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड (PNGRB) ने 5 भौगोलिक क्षेत्रोंमें CGD नेटवर्क के लिए ’11ACED बिडिंगराउंड’ के तहत बोलियां आमंत्रित की है।
- इन चरणों के तहत उद्घोषणा को अंतिम रूप देने के बाद देश के 88% क्षेत्र को CGD नेटवर्क के विकास के लिए अधिकृत किया जाएगा। इससे देश की लगभग 98% आबादीको प्राकृतिक गैस तक पहुंच प्रदान की जा सकेगी।
- CGD, प्राकृतिक गैस के परिवहन या वितरण को संदर्भित करता है। इसमें पाइपलाइनों के एक नेटवर्क के माध्यम से परिवारों तथा औद्योगिक और वाणिज्यिक इकाइयों को भोजन पकाने के स्वच्छ ईंधन (जैसे पाइप द्वारा प्राकृतिक गैस (PNG) की आपूर्ति की जाती है। साथ ही, इसमें वाहनों को परिवहन ईंधन (जैसे संपीडित प्राकृतिक गैस (CNG)) की भी आपूर्ति की जाती है।
CGDनेटवर्क के बारे में:
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस विनियामक बोर्ड अधिनियम, 2006 के तहत, PNGRB देश के एक निर्धारित भौगोलिक क्षेत्र में CGD नेटवर्क (PNG नेटवर्क सहित) विकसित करने के लिए संस्थाओं कोअनुमति प्रदान करता है।
CGDक्षेत्र में चार अलग-अलग खंड हैं:
CNG का मुख्य रूप से वाहन-ईंधन के रूप में उपयोग किया जाताहै, जबकि PNG का घरेलू, वाणिज्यिक और औद्योगिक क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है।
PNG के लाभों में शामिल हैं:
सुरक्षित और सुनिश्चित आपूर्ति, उपयोग में सुविधाजनक, कोई अपव्यय नहीं,सिलेंडररिप्लेसमेंट या सिलेंडरबुकिंग इत्यादि में कोई कठिनाई नहीं होती है आदि।
भारत में CGD नेटवर्क
- जगदीशपुर-हल्दिया–बोकारोधामरापाइपलाइन परियोजना।
- बरौनी-गुवाहाटीपाइपलाइन परियोजना।
- उत्तर-पूर्वी क्षेत्र (NER) गैसग्रिड।
- कोच्चि-कुट्टनाड–बेंगलुरु-मैंगलोरपाइपलाइन परियोजना।
- एन्नोर-तिरुवल्लूर-बेंगलुरु-नागापट्टिनम-मदुरै-तूतीकोरिन प्राकृतिक गैसपाइपलाइन।
स्रोत –द हिन्दू