UNSC में भारत और ब्राजील की स्थाई सदस्यता
हाल ही में रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की स्थायी सदस्यता के लिए भारत और ब्राजील के दावों का समर्थन किया है।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 77वें सत्र के दौरान रूसी विदेश मंत्री ने UNSC में स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त किया।
UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता के लिए मजबूत पक्ष–
- भारत पंचशील के सिद्धांत का सख्ती से अनुपालन करता रहा है। ये सिद्धांत संप्रभुता, गैर-आक्रामकता, गैर-हस्तक्षेप, समानता और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के प्रति पारस्परिक सम्मान पर आधारित हैं।
- भारत G20 का हिस्सा है और उसे अक्सर G7 में भाग लेने के लिए भी आमंत्रित किया जाता रहा है।
- भारत अब विश्व की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है।
- भारत संयुक्त राष्ट्र शांति स्थापना मिशनों में सर्वाधिक सैनिकों के रूप में योगदान करने वाले देशों में से एक है।
- भारत, एक प्रमुख वैश्विक शक्ति के रूप में अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों में समावेशिता, प्रतिनिधित्व और उनके लोकतंत्रीकरण जैसे सुधारों का आह्वान करता रहा है।
UNSC संयुक्त राष्ट्र के 6 मुख्य अंगों में से एक है। इसकी स्थापना अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने की प्राथमिक जिम्मेदारी के साथ की गई है। वर्तमान में, इसमें 5 स्थायी सदस्य (संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम, रूस, फ्रांस और चीन) तथा भारत सहित 15 अस्थायी सदस्य हैं। अस्थायी सदस्य 2- 2 वर्षों के कार्यकाल के लिए चुने जाते हैं।
UNSC में सुधार का समर्थन करने वाले समूह
- G-4 राष्ट्र: यह समूह मुख्य रूप से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में सुधार और G-4 सदस्यों के लिए इस संस्था की स्थायी सदस्यता की मांग करता
- 69 समूहः इसमें मुख्य रूप से अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और कैरेबियन तथा एशिया एवं प्रशांत के विकासशील देश शामिल हैं। ये देश संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में व्यापक सुधार करने की साझी इच्छा से एकजुट हुए हैं।
स्रोत –द हिन्दू