पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट (PGII)
हाल ही में G-7 नेताओं द्वारा पार्टनरशिप फॉर ग्लोबल इंफ्रास्ट्रक्चर एंड इन्वेस्टमेंट (PGII) लॉन्च किया गया है।
PGII का लक्ष्य निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए सैकड़ों अरबों डॉलर जुटाना है:
- दुनिया भर में गुणवत्तापूर्ण और टिकाऊ अवसंरचना प्रदान करना,आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करना और इसे विविधता प्रदान करना आदि।
- PGI को ‘बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड पहल की आधिकारिक शुरुआत और नया रूप माना जा रहा है। बिल्ड बैक बेटर वर्ल्ड पहल पिछले वर्ष G7 शिखर सम्मेलन में लॉन्च की गयी थी।
- PGII का लक्ष्य गरीब देशों में वैश्विक अवसंरचना कार्यक्रमों के लिए करीब 600 अरब डॉलर जुटाना है।
- इसे चीन की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (BRI) के प्रतिसंतुलन के रूप में माना जा रहा है।
- बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव पहल के विपरीत, G7 द्वारा प्रस्तावित PGII पहल का वित्त पोषण काफी हद तक निजी कंपनियों पर निर्भर करेगी।
- चीन की BRI पहल भूमि और समुद्री नेटवर्क के माध्यम से एशिया को अफ्रीका एवं यूरोप से जोड़ेगी। इसका उद्देश्य क्षेत्रीय एकीकरण में सुधार, व्यापार में बढ़ोतरी और आर्थिक विकास को प्रोत्साहित करना।
- हालांकि, बेल्ट एंड रोड समझौतों में पारदर्शिता की कमी और छोटे देशों पर चीन के बढ़ते कर्ज ने विश्व की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
अवसंरचना विकास के लिए अन्य वैश्विक पहले–
- यूरोपीय संघ का ग्लोबल गेटवेः इसका उद्देश्य दुनिया भर में वैश्विक निवेश में मौजूद अंतर को कम करना है।
- एशिया–अफ्रीका विकास गलियाराः यह एशिया और अफ्रीका के बीच विकास, कनेक्टिविटी एवं सहयोग के संबंध में भारत-जापान सहयोग आधारित विजन है।
G-7 देश
G-7 देशों में कनाडा, फ़्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल है।
स्रोत –द हिन्दू