क्वांटम मैकेनिक्स‘ में शोध के लिए वर्ष 2022 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार
हाल ही में क्वांटम मैकेनिक्स में शोध के लिए वर्ष 2022 के भौतिकी के नोबेल पुरस्कार की घोषणा की गई है।
वर्ष 2022 का भौतिकी का नोबेल पुरस्कार तीन वैज्ञानिकों एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉजर और एंटोन ज़िलिंगर को दिया जाएगा।
- इन्हें क्वांटम कणों के “एन्टेन्गलिंग” (Entangling) व्यवहार पर उनके द्वारा किए गए शोध के लिए पुरस्कृत किया गया है।
- क्वांटम एंटेंगलमेंट एक ऐसी परिघटना है, जो दर्शाती है कि कैसे दो उप-परमाण्विक कण अरबों प्रकाश-वर्ष दूर होने के बावजूद भी एक-दूसरे से जुड़े हो सकते हैं।
- इस सिद्धांत के अनुसार, एक-दूसरे से इतने अधिक दूर रहने के बावजूद भी एक में आया परिवर्तन दूसरे को प्रभावित करेगा।
- वैज्ञानिकों ने क्वांटम टेलीपोर्टेशन नामक एक परिघटना का भी प्रदर्शन किया है। इसमें एंटेंगलमेंट की विशेषताओं का उपयोग किया जाता है।
- इसका ऑब्जेक्ट द्वारा किसी अन्य स्थान पर सूचना को भेजने के लिए उपयोग किया जा सकता है। वह स्थान जहां ऑब्जेक्ट का पुनर्गठन किया जाता है।
- इस शोध का परिणाम क्वांटम कंप्यूटर, क्वांटम नेटवर्क और क्वांटम क्रिप्टोग्राफी जैसे क्षेत्रों के लिए महत्वपूर्ण है। ये सभी सुरक्षित संचार नेटवर्क के लिए सृजित मार्ग हैं।
- क्वांटम प्रौद्योगिकी क्वांटम यांत्रिकी के सिद्धांतों पर आधारित है। यह सिद्धांत परमाणु, इलेक्ट्रॉन व फोटोन जैसे कणों तथा आणविक और उप-आणविक क्षेत्र के लगभग प्रत्येक घटक के व्यवहार का वर्णन करता है।
क्वांटम यांत्रिकी के दो बुनियादी सिद्धांत हैं: क्वांटम एंटेंगलमेंट व क्वांटम सुपरपोजिशन।
क्वांटम सुपरपोजिशन सिद्धांत का मानना है कि उप-परमाण्विक कण एक साथ कई दशाओं में मौजूद होते है ।
एंटैंगल्ड फोटोन युग्म का मापन
- यदि 1 लाल है तब 2 निश्चित रूप से नीला होगा।
- यदि 1 नीला है तब 2 निश्चित रूप से लाल होगा।
स्रोत – द हिन्दू