अस्पतालों के प्रदर्शन को ग्रेड देने के लिए एक नई प्रणाली शुरू
हाल ही में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHAI) ने आयुष्मान भारत – प्रधान मंत्री जन आरोग्य योजना (AB – PMJAY) के तहत अस्पतालों के प्रदर्शन को ग्रेड देने के लिए एक नई प्रणाली शुरू की है
- इस नई पहल के तहत ‘मूल्य – आधारित देखभाल ( value-based care )’ की अवधारणा शुरू की जाएगी। इसके तहत प्रदर्शन (परिणाम) के आधार पर भुगतान किया जाएगा।
- साथ ही, सेवा प्रदाताओं को उनके द्वारा उपलब्ध करवाए गए उपचार की गुणवत्ता के अनुसार पुरस्कृत किया जाएगा।
- नई पहल का उद्देश्य AB-PMJAY के तहत स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं की संख्या (Volume) की बजाय स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के मूल्य (Value) के आधार पर अस्पतालों के प्रदर्शन को मापना है।
- अस्पतालों के प्रदर्शन को सार्वजनिक डैशबोर्ड पर उपलब्ध कराया जाएगा। इससे लाभार्थियों को अस्पताल के चयन में मदद मिलेगी ।
मूल्य आधारित देखभाल का महत्त्व–
- गुणवत्तापूर्ण उपचार की मांग बढ़ेगी।
- मरीजों को जो सेवाएं मिल रही हैं, उनके बेहतर स्वास्थ्य परिणाम सामने आएंगे और उन्हें अधिक संतुष्टि भी मिलेगी।
- मरीज – केंद्रित सेवाएं प्रदान करने पर अधिक ध्यान केंद्रित करने के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को पुरस्कृत और प्रोत्साहित किया जाएगा।
- इससे भारत में स्वास्थ्य देखभाल सेवा परिदृश्य में महत्वपूर्ण सुधार होगा ।
सूचीबद्ध अस्पतालों के प्रदर्शन को पांच प्रदर्शन संकेतकों के आधार पर मापा जाएगा:
- लाभार्थी संतुष्टि;
- अस्पताल में भर्ती होने की दर;
- आउट-ऑफ-पॉकेट व्यय की सीमा (अपने पॉकेट से खर्च);
- दायर और पुष्ट शिकायतें और
- रोगी के स्वास्थ्य से संबंधित जीवन की गुणवत्ता में सुधार।
आयुष्मान भारत– प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY)
- आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) प्रधानमंत्री द्वारा 23 सितंबर, 2018 को रांची, झारखंड में शुरू की गई थी।
- आयुष्मान भारत- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB-PMJAY) द्वितीयक और तृतीयक देखभाल अस्पताल में भर्ती के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कवर प्रदान करती है।
- 74 करोड़ से अधिक कमजोर पात्र परिवार (लगभग 50 करोड़ लाभार्थी) इन लाभों के लिए पात्र हैं।
- AB-PMJAY के तहत लाभ पूरे देश में पोर्टेबल हैं।
- परिवार के आकार, या आयु या जेंडर पर कोई रोक नहीं है ।
- AB-PMJAY पूरी तरह से सरकार द्वारा वित्त पोषित है और वित्त मंत्रालय द्वारा जारी मौजूदा निर्देशों के अनुसार केंद्र और राज्य सरकारों के बीच लागत साझा की जाती है।
- AB-PMJAY के तहत लाभार्थी परिवारों की पहचान 2011 की सामाजिक आर्थिक जाति जनगणना (एसईसीसी) से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चुनिंदा अभाव और व्यावसायिक मानदंडों के आधार पर की गई है।
स्रोत – पी.आई.बी.