मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में नई विकास परियोजनाएं
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना में विभिन्न परियोजनाओं की आधारशिला रखी गयी हैं |
परियोजनाओं के बारे में
मध्यप्रदेश में: लगभग 19,260 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाएं।
परियोजनाओं में देश भर में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली-वडोदरा एक्सप्रेस वे का समर्पण, पीएमएवाई – ग्रामीण के तहत निर्मित 2.2 लाख से अधिक घरों का गृह प्रवेश और पीएमएवाई – शहरी के तहत निर्मित घरों का समर्पण, जल जीवन मिशन परियोजनाओं की आधारशिला रखना शामिल है। स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 9 स्वास्थ्य केंद्र, आईआईटी इंदौर के शैक्षणिक भवन का समर्पण और परिसर में छात्रावास और अन्य भवनों की आधारशिला और इंदौर में एक मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क का शिलान्यास।
राजस्थान में: राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में लगभग 7,000 करोड़ रुपये की विभिन्न विकास परियोजनाएं।
परियोजनाओं में मेहसाणा-भटिंडा-गुरदासपुर गैस पाइपलाइन, आबू रोड में एचपीसीएल का एलपीजी प्लांट, अजमेर बॉटलिंग प्लांट में अतिरिक्त भंडारण, आईओसीएल और भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, कोटा का स्थायी परिसर शामिल हैं।
तेलंगाना: तेलंगाना के महबूबनगर में 13,500 करोड़ रुपये से अधिक की कई विकासात्मक परियोजनाएं।
- प्रधानमंत्री ने प्रमुख सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखी जो नागपुर-विजयवाड़ा आर्थिक गलियारे का हिस्सा हैं।
परियोजनाओं में शामिल हैं – 108 किमी लंबा ‘वारंगल से NH-163G के खम्मम खंड तक चार-लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग’ और NH-163G के खम्मम से विजयवाड़ा खंड तक 90 किमी लंबा ‘चार-लेन पहुंच नियंत्रित ग्रीनफील्ड राजमार्ग।
- प्रधानमंत्री ने राष्ट्र को एक सड़क परियोजना समर्पित की – ‘एनएच-365बीबी के 59 किमी लंबे सूर्यापेट से खम्मम खंड की चार लेन’।
- यह परियोजना हैदराबाद-विशाखापत्तनम कॉरिडोर का एक हिस्सा है और इसे भारतमाला परियोजना के तहत विकसित किया गया है।
स्रोत – पीआईबी