नदी तटीय कार्यक्रम (NRRP) का शुभारंभ
हाल ही में राष्ट्रव्यापी नदी तटीय कार्यक्रम (Nationwide River Ranching Programme) का शुभारंभ किया गया।
प्रधान मंत्री मत्स्य संपदा योजना (PMMSY) के तहत विशेष गतिविधि के रूप में ‘नदी तटीय कार्यक्रम’ आरंभ किया गया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भूमि और जल के विस्तार, गहनता, विविधीकरण एवं उत्पादक उपयोग के माध्यम से मत्स्य उत्पादन व उत्पादकता को बढ़ावा देना तथा उसका और अधिक संवर्धन करना है।
यह कार्यक्रम संधारणीय मत्स्य पालन का लक्ष्य प्राप्त करने, पर्यावास क्षरण को कम करने, जैव विविधता के संरक्षण, सामाजिक-आर्थिक लाभों को अधिकतम करने और पारिस्थितिकी तंत्र सेवाओं का आकलन करने में मदद करेगा।
इस कार्यक्रम हेतु राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड (National Fisheries Development Board: NEDB) को नोडल एजेंसी के रूप में नामित किया गया है।
कार्यक्रम के चरणके तहत NFDB ने वर्ष 2020-21 के दौरान तीन प्रमुख नदी प्रणालियों यथा- गंगा और उसकी सहायक नदियों, ब्रह्मपुत्र एवं बराक नदी की सहायक नदियों तथा महानदी व अन्य नदियों को लक्षित किया है।
इसके परिणामस्वरूप, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा, छत्तीसगढ़, ओडिशा, उत्तराखंड और बिहार का नदी पट्टी की लंबाई पर ध्यान केंद्रित करने वाले छह प्रमुख अंतर्देशीय राज्यों के रूप में चयन किया गया है।
PMMSY देश में मत्स्य पालन क्षेत्र के केंद्रित और सतत विकास के लिए एक प्रमुख योजना है। इसके कार्यान्वयन के लिए आत्मनिर्भर भारत पैकेज के एक हिस्से के रूप में सभी राज्यों / संघ राज्यक्षेत्रों में वित्त वर्ष 2020-21 से वित्त वर्ष 32024-25 तक 5 वर्षों की अवधि के लिए 20,050 करोड़ रूपये का अनुमानित निवेश किया जाएगा।
स्रोत –द हिन्दू