राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना प्रारंभ
- हाल ही में राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना की शुरुआत की गई है। इस छात्रवृत्ति कार्यक्रम योजना से अध्ययन में अवसर प्राप्त करने वाले भारतीयों ने सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया है।
राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना
- राष्ट्रीय प्रवासी छात्रवृत्ति योजना एक केंद्रीय क्षेत्र की योजना है। यह अनुसूचित जातियों, यायावर घुमंतू और अर्द्ध-घुमंतू जनजातियों, भूमिहीन खेतिहर मज़दूरों और पारंपरिक कारीगर श्रेणी से संबंधित निम्न आय वाले छात्रों को विदेश में उच्च शिक्षा में अध्ययन प्राप्त करने की सुविधा प्रदान करता है।
- यह योजना चयनित उम्मीदवारों को स्नातकोत्तर स्तर के पाठ्यक्रम और अध्ययन के किसी भी क्षेत्र में सरकार अथवा उस देश के एक अधिकृत निकाय द्वारा मान्यता प्राप्त संस्थानों/विश्वविद्यालयों में विदेशों में पीएचडी करने हेतु वित्तीय सहायता प्रदान करती है।
- प्रत्येक चयन वर्ष में इस योजना के तहत धन की उपलब्धता के अनुरुप 125 नए पुरस्कार दिये जाएंगे।
- इस योजना का कार्यान्वयन सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अधीन दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग द्वारा किया जा रहा है ।
- इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक वर्ष के पुरस्कारों का 30% महिला उम्मीदवारों के लिये आरक्षण हेतु निर्धारित किया जाता है।
- इया योजना का लाभ लेने के लिए योग्यता परीक्षा में कम से कम 60% अंक या समकक्ष ग्रेड लाना होगा ।
प्रवासी शब्द का अर्थ (Meaning of Diaspora)
- शब्द “डायस्पोरा” ग्रीक शब्द डायस्पेरिन से लिया गया है, जिसका अर्थ है “फैलाव ।”
- यह अभिव्यक्ति समय के साथ विकसित हुई है और अब यह किसी ऐसे व्यक्ति को संदर्भित करती है जो किसी विशेष देश का नागरिक है और एक सामान्य वंश या संस्कृति साझा करता है, लेकिन जो विभिन्न कारणों से उस देश के बाहर रहता या निवास करता है।
प्रवासी भारतीयों का वर्गीकरण
- अनिवासी भारतीय(NRIs), भारतीय मूल का व्यक्ति(PIOs) और ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCIs) सभी को भारत में प्रवासी माना जाता है।
- विदित हो कि पीआईओ और ओसीआई कार्ड धारकों को 2015 में एक श्रेणी ओसीआई में मिला दिया गया है।
स्रोत – पी आई बी