हाल ही में राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) ने कुछ संशोधित दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इनके अनुसार, जिन कॉलेजों और विश्वविद्यालयों ने एक शैक्षणिक वर्ष भी पूरा कर लिया है, वे अनंतिम मान्यता (प्रत्यायन) के लिए आवेदन करने के पात्र होंगे।
- वर्तमान में, केवल वे उच्चतर शिक्षा संस्थान ही NAAC की मान्यता के लिए आवेदन करने के पात्र हैं, जो कम से कम छह वर्ष पुराने हैं या जहां से छात्रों के कम से कम दो बैच, स्नातक की डिग्री प्राप्त कर चुके हैं।
- राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) की स्थापना वर्ष 1994 में की गई थी। यह विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) के अधीन एक स्वायत्त संस्थान है।
- यह उच्चतर शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन उनकी शासी संरचना, शिक्षण और अधिगम, अनुसंधान आदि सहित कई अन्य मापदंडों के आधार पर करता है।
- NAAC संस्थानों को A++ से लेकर तक ग्रेड प्रदान करता है। यदि किसी संस्थान को D ग्रेड दिया जाता है, तो इसका अर्थ है कि वह मान्यता प्राप्त संस्थान नहीं है।
स्रोत – द हिंदू