ब्लैक होल्स का विलय और इसके रहस्य की कुंजी ‘किक्स’
ब्लैक होल अंतरिक्ष में एक ऐसा स्थान है, जहां गुरुत्वाकर्षण बल इतना अधिक प्रभावी होता है कि प्रकाश भी उससे बाहर नहीं निकल सकता। यहाँ गुरुत्वाकर्षण अत्यधिक प्रबल होता है, क्योंकि पदार्थ एक अत्यंत छोटे-से | स्थान में संकुचित हो जाता है।
एक ब्लैक होल का निर्माण तब होता है, जब विशाल तारे के जीवन काल के अंत में एक सुपरनोवा विस्फोट होता है। इस विस्फोट के अवशेषों से ब्लैक होल निर्मित होता है।
आकार के आधार पर, ब्लैक होल को निम्नलिखित में विभाजित किया जा सकता है: छोटे ब्लैक होल (मात्र एक परमाणु के समान लघु आकार), तारकीय द्रव्यमान (Stellar-mass) वाले ब्लैक होल (सूर्य के द्रव्यमान का कुछ गुना) और सुपर मैसिव ब्लैक होल (सूर्य के द्रव्यमान का लाखों गुना)।
शोधकर्ताओं ने तारकीय और सुपरमैसिव ब्लैक होल के मध्य एक मध्यम द्रव्यमान के ब्लैक होल (Intermediate MassBlack Hole: IMBH) की भी पहचान की है।
हालांकि, ऐसे कारक भी हैं, जो इस प्रकार निर्मित ब्लैक होल के द्रव्यमान को सीमित करते हैं।
मानक विकास सिद्धांत के आधार पर IMBH के निर्मित होनेकी संभावना नहीं है। हालांकि, इस प्रकार के विभिन्न ब्लैकहोल्स का पता लगाया गया है।
अब चेन्नई गणितीय संस्थान (Chennai Mathematical institute) के शोधकर्ताओं ने विभिन्न ब्लैक होल्स के विलय का अध्ययन कर IMBH के निर्माण की प्रक्रिया के बारे में जानने का प्रयास किया है।
शोधकर्ताओं ने विलय के दौरान किक्स (विलय से निर्मित ब्लैक होल द्वारा अर्जित विपरीत गति) का अध्ययन किया। इन किक्स के आकलन से यह समझने में सहायता प्राप्त हुई कि किस ब्लैक होल के IMBH के रूप मेंरूपांतरित होने की संभावना है।
The researchers studied kicks (the opposite motion acquired by the black hole created by the merger) during the merger. The estimation of these kicks helped to understand which black hole is most likely to transform into an IMBH.
स्रोत –द हिन्दू