लिंक्डइन ऑपर्चुनिटी इंडेक्स 2021
- हाल ही में लिंक्डइन ऑपर्चुनिटी इंडेक्स 2021 प्रकाशित किया गया है । इस रिपोर्ट में महिलाओं के अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- यह एक ऑनलाइन प्रोफेशनल नेटवर्क लिंक्डइन द्वारा जारी की गयी एक नई रिपोर्ट है।
- यह रिपोर्ट इस बात को दर्शाती है कि कोविड-19 महामारी के बीच भारत में कामकाजी महिलाओं के लिए लिंगभेद किस तरह से कैरियर की प्रगति को धीमा कर रहा है ।
- इस सर्वेक्षण में, एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र में 10,000 से अधिक उत्तरदाताओं ने भाग लिया था। सर्वेक्षण में भारत के 2,285 उत्तरदाताओं को शामिल किया गया।
मुख्य बिंदु
- इस रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि, भारत में 37% कामकाजी महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम अवसर मिलते हैं।37% महिलाओं को पुरुषों की तुलना में कम भुगतान किया जाता है।
- कोविड-19 महामारी ने भारत की कामकाजी महिलाओं को दूसरे देशों की कामकाजी महिलाओं की तुलना में सबसे अधिक प्रभावित किया है।
- भारत में लगभग 85%, या प्रति पांच में से चार कामकाजी महिलाओं का मानना है कि उन्हें अपने लिंग के कारण वेतन-वृद्धि, पदोन्नति, या काम के अवसरों से वंचित होना पड़ा है। एशिया प्रशांत (APAC) क्षेत्र में इस प्रकार की महिलाओं का औसत 60% है।
- इस सूचकांक में कहा गया है कि भारत में कामकाजी महिलाएँ समान वेतन और अवसर के लिए संघर्ष कर रही हैं।
- महिलाओं के अनुसार उनकी कंपनियां पुरुषों के प्रति पक्षपाती हैं।भारत की 22% कामकाजी महिलाओं में से पाँच में से एक महिला अपने करियर में आगे बढ़ने के अवसरों से नाखुश है।
- लिंक्डइन के निष्कर्षों में आगे कहा गया है कि महिलाएं अब उन नियोक्ताओं की तलाश करती हैं जो उनके साथ समान व्यवहार करते हैं। अन्य महिलाएं चाहती हैं कि उन्हें अपने कौशल के अनुसार काम मिले।
महिलाओं के समक्ष चुनौतियां:
- समय का अभाव तथा पारिवारिक देखभाल में पक्षपात।
- अवसर हासिल करने में लैंगिक बाधाएं।
- नेटवर्क के माध्यम से मार्गदर्शन का अभाव।
- घरेलू जिम्मेदारियों के कारण कार्यस्थल भेदभाव।
स्रोत – द हिन्दू