भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC)द्वारा ESG रैंकिंग जारी किया जाएगा
सरकार, भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) से पूर्व उसके लिए ESG रैंकिंग पर कार्य कर रही है ।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वित्त मंत्रालय LIC द्वारा मेगा आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) को लाये जाने से पहले लिए ESO (पर्यावरण, सामाजिक और अभिशासन) स्कोर प्राप्त करने के लिए कार्य कर रहा है।
एक बेहतर ESG स्कोर, LIC के मूल्यवर्धन में मदद करेगा। साथ ही, पूंजी की बड़ी और उत्तरदायी मात्राको आकर्षित करने में भी सहायक होगा।
ESGसतत निवेश का एक प्रकार है। यह कंपनी के हितधारकों पर कंपनी के नैतिक योगदान के प्रभाव का मापन करता है।
विश्व की अधिकांश बड़ी कंपनियां अपने ESG प्रदर्शन के बारे में सूचित करती हैं। इससे निवेशक उन कंपनियोंकी तीव्रता से पहचान कर सकते हैं, जो समावेशी विकास कारकों का अनुपालन कर रही हैं।
ESG के लाभ
- निवेशकों को अपने निवेश लक्ष्यों को उनके व्यक्तिगत मूल्यों और विश्वासों के अनुरूप बनाने में मदद करना।
- बढ़ती संधारणीयनिधियों को आकर्षित करके पूंजी तक पहुंच में वृद्धि करना।
- कंपनियों का उत्तम परिचालन प्रदर्शन व बेहतर स्टॉक प्रदर्शन होता है। साथ ही, पूंजी की भी कम आवश्यकताहोती है।
भारत में ESGकी स्थिति
- सूचीबद्ध संस्थाओं द्वारा व्यापार उत्तरदायित्व और संधारणीयतारिपोटिंग (BRSR) के तहत, भारतीयप्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) ने ECG रिपोर्टिंग को शामिल करने की अधिसूचना जारी की है।
- BRSR शीर्ष 1000 सूचीबद्ध संस्थाओं (बाजार पूंजीकरण द्वारा) पर लागू होगी। BRSR की रिपोटिंग वित्तीय वर्ष 2022-23 से अनिवार्य होगी।
ECG मानदंड:
पर्यावरणीय
ऊर्जा संबंधी उपयोग, कार्बन फुटप्रिंट, जलवायु परिवर्तन,अपशिष्ट प्रबंधन, प्रदूषण निगरानी,प्राकृतिक संसाधन, संरक्षण,दूषित सम्पति,खतरनाक अपशिष्ट,विषाक्त उत्सर्जन, सरकार के पर्यावरण संबंधी विनियमों का अनुपालन
सामाजिक
कर्मचारी कल्याण,विक्रेता संबंध,स्थानीय सामाजिक, कल्याण कार्यक्रम,स्वास्थ्य देखभाल पहल,कल्याण संबंधी पहल,लिंग समानता, नस्ल समानता,धार्मिक समानता, शिक्षा पहल,स्वच्छ पर्यावरण पहले,मानवाधिकार निगरानी
अभिशासन
पारदर्शी लेखा पद्धति,निवेशक संबंध,बोर्ड के निर्णयों में हितोंका टकराव,व्यावसायिक नैतिकता,सुने जाने का अवसर,राजनितिक प्रभाव, कानूनी अभ्यास,व्हिसलब्लोवर नीति
स्रोत –द हिन्दू