कुनमिंग घोषणा अभिसमय
हाल ही में जैव-विविधता संरक्षण पर कुनमिंग घोषणा को वैश्विक स्तर पर सभी देशों ने अपनाया है।
इस घोषणा को जैविक विविधता पर संयुक्त राष्ट्र अभिसमय (United Nations Convention on Biological Diversity) के आभासी पक्षकारों के सम्मेलन (COP15) के दौरान अपनाया गया था।
इसका उद्देश्य वर्ष 2020 के पश्चात् वैश्विक जैव-विविधता ढांचे को प्रभावी बनाना है।
घोषणा का विषय है- “पारिस्थितिक सभ्यताः पृथ्वी पर सभी जीवों के लिए एक साझा भविष्य का निर्माण” (Ecological Civilization: Building a Shared Future for All Life on Earth)
कुनमिंग घोषणा के तहत प्रमुख प्रतिबद्धताएं
- वर्ष 2020 के पश्चात् एक प्रभावी कार्यान्वयन योजना (वर्ष 2010 के आईची लक्ष्य को प्रतिस्थापित करते हुए) के विकास, अंगीकरण एवं कार्यान्वयन को सुनिश्चित करना। यह योजना जैव विविधता की वर्तमान क्षति को कम करने और वर्ष 2030 तक जैव विविधता को पुनाप्ति के मार्ग पर लाने के लिए तैयार की जाएगी।
- निर्णय निर्माण प्रक्रिया में जैव विविधता के संरक्षण और सतत उपयोग को मुख्यधारा में लाना।
- मानव स्वास्थ्य की सुरक्षा में संरक्षण के महत्व की पहचान करना।
- अधिक संधारणीय और पर्यावरण के अनुकूल आपूर्ति श्रृंखला का निर्माण करना।
- अपेक्षाकृत निर्धन देशों में संरक्षण के लिए वित्त में वृद्धि करना आदि।
कुनमिंग जैव-विविधता कोष
- COP15 के दौरान चीन द्वारा 1.5 बिलियन युआन के संकल्प के साथ इस कोष की घोषणा की गई है। कुनमिंग जैव-विविधता कोष का उपयोग नए ढांचे के कार्यान्वयन में किया जाएगा।
- ज्ञातव्य है कि यह कोष इस दशक में प्रकृति की सुरक्षा के लिए विकासशील देशों में जैव-विविधता संरक्षण को सहयोग प्रदान करेगा।
स्रोत –द हिन्दू