भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता संपन्न
हाल ही में भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच चौथी वार्षिक 2+2 मंत्रिस्तरीय वार्ता वाशिंगटन में आयोजित की गई ।
2+2 वार्ता भारत एवं उसके सहयोगी देशों के विदेश व रक्षा मंत्रियों की एक प्रकार की बैठक है। इसमें सामरिक और सुरक्षा मुद्दों पर चर्चा की जाती है।
वार्ता के मुख्य निष्कर्ष:
समुद्री सहयोगः दोनों देश वर्ष 2023 में भारत की सह-मेजबानी में इंडो-पैसिफिक आर्मी चीफ्स कॉन्फ्रेंस (IPACC) और इंडो-पैसिफिक आर्मीज मैनेजमेंट सेमिनार (IPAMS) के आयोजन के लिए उत्सुक हैं।
व्यापारः दोनों देशों ने भारत-यू.एस. व्यापार नीति मंच (IPE) की 12वीं मंत्रिस्तरीय बैठक और वर्किंग ग्रुप चर्चाओं के नवीनीकरण का स्वागत किया। ये कदम द्विपक्षीय व्यापार का विस्तार करने, बाजार पहुंच बाधाओं को दूर करने और व्यवसाय करने में सुगमता में सुधार के लिए अति महत्वपूर्ण हैं।
अंतरिक्षः दोनों देशों के उपग्रहों की सुरक्षा के लिए स्पेस सिचुएशनल अवेयरनेस (SSA) हेतु समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। इस दौरान नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (NISAR) उपग्रह पर भी चर्चा की गयी। इसे वर्ष 2023 में भारत से लॉन्च किए जाने की योजना है।
रक्षा में सहयोग के नए क्षेत्रः भारत-अमेरिका संयुक्त तकनीकी समूह (JTG) में विज्ञान और प्रौद्योगिकी में सहयोग बढ़ाने पर सहमति बनी। इसके अलावा अंतरिक्ष, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और साइबर जैसे नए रक्षा क्षेत्रों में भी सहयोग विकसित करने पर चर्चा हुई। लॉजिस्टिक्स एक्सचेंज मेमोरेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA) सहित रक्षा साइबर और विशेष बलों के क्षेत्र में सहयोग पर सहमति प्रकट की गई। रक्षा प्रौद्योगिकी और व्यापार पहल (DTTI) को पुनर्जीवित करने पर भी विचार किया गया। इसमें अत्याधुनिक, नई उभरती और अति महत्वपूर्ण सैन्य प्रौद्योगिकियों पर संयुक्त परियोजनाएं शामिल हैं।
वैश्विक स्वास्थ्यः USAID (यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट) समर्थित कोविड-19 लर्निंग का विस्तार करने पर भी चर्चा हुई।
स्रोत –द हिन्दू