अंतर्राष्ट्रीय आपदा अवरोधी अवसंरचना सम्मेलन (ICDRI)
हाल ही में प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय आपदा अवरोधी अवसंरचना सम्मेलन (ICDRI) के चौथे संस्करण को संबोधित किया है।
- आपदा अवरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन (CDRI) ने यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID) के साथ साझेदारी में ICDRI 2022 की शुरुआत की है।
- अंतर्राष्ट्रीय आपदा अवरोधी अवसंरचना सम्मेलन (ICDRI) सदस्य देशों, संगठनों और संस्थानों के साथ साझेदारी में CDRI का एक वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन है।
- इसका उद्देश्य मानव-केंद्रित दृष्टिकोणों पर बल देने के साथ आपदा और जलवायु रोधी अवसंरचना पर वैश्विक संवाद को मजबूत करना है।
- CDRI राष्ट्रीय सरकारों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और कार्यक्रमों, बहुपक्षीय विकास बैंकों आदि की एक बहु-हितधारक वैश्विक साझेदारी है।
- इस साझेदारी की घोषणा भारत के प्रधानमंत्री ने न्यूयॉर्क में आयोजित संयुक्त राष्ट्र जलवायु कार्रवाई शिखर सम्मेलन, 2019 में की थी।
- इसका नेतृत्व और प्रबंधन राष्ट्रीय सरकारों द्वारा किया जाता है। इस मंच पर आपदा अवरोधी अवसंरचना के अलग-अलग पहलुओं पर ज्ञान का सृजन और आदान-प्रदान किया जाता है।
- इसका उद्देश्य अवसंरचना प्रणालियों को जलवायु और आपदा जोखिमों का सामना करने योग्य बनाने के प्रयास को बढ़ावा देना है। इससे सतत विकास सुनिश्चित हो सकेगा।
- रेजिलिएंट इन्फ्रास्ट्रक्चर मार्केटप्लेस सार्वजनिक और निजी, दोनों क्षेत्रों के लिए अवसरों को बढ़ावा देता है तथा उन्हें मजबूत करता है। इससे ये दोनों क्षेत्र आपदा एवं जलवायु रोधी अवसंरचना में सर्वोत्तम प्रथाओं को अपना सकेंगे।
- इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- इसके सदस्यों में 25 देश और सात अंतर्राष्ट्रीय संगठन शामिल हैं। आपदा जोखिम न्यूनीकरण के लिए सेंदाई फ्रेमवर्क 2015-2030 ने भी आपदा रोधी अवसंरचना के महत्व को रेखांकित किया है।
सेंदाई फ्रेमवर्क ने चार विशेष लक्ष्य निर्धारित किये हैं। सेंदाई फ्रेमवर्क के तहत क्षति को कम करने के चार विशेष लक्ष्य –
- विश्व में आपदाओं की वजह से जनहानि को कम करना
- आपदा से प्रत्यक्ष धनहानि को कम करना
- आपदा प्रभावित लोगों की संख्या कम करना
- आपदाओं की वजह से महत्वपूर्ण अवसंरचनाओं को होने वाले नुकसान को कम करना
स्रोत –द हिन्दू