अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी
हाल ही में ‘अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी’ (International Atomic Energy Agency – IAEA) के महानिदेशक ‘राफेल ग्रॉसी’ की अध्यक्षता में यूक्रेन के निष्क्रिय चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र’ के लिए सहायता मिशन शुरू किया जा रहा है।
इसका उद्देश्य, वर्तमान में जारी मास्को-कीव युद्ध के दौरान किसी परमाणु दुर्घटना के खतरे को रोकने में मदद करना है।
पृष्ठभूमि:
‘चेर्नोबिल परमाणु संयंत्र’ से रूसी सेना के वापस लौटने के बाद से यूक्रेन ने ‘विश्व की सबसे खराब परमाणु दुर्घटना साइट’ की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। विदित हो कि, चेरनोबिल में विभिन्न रेडियोधर्मी अपशिष्ट प्रबंधन केंद्र स्थित हैं।
लेकिन क्षतिग्रस्त पुलों और डी-माइनिंग गतिविधियों के कारण, इस क्षेत्र के आसपास के क्षेत्र में सामान्य स्थिति कठिन बनी हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (IAEA) :
- IAEA, की स्थापना, वर्ष 1957 में संयुक्त राष्ट्र संघ अंतर्गत ‘वैश्विक शांति के लिए परमाणु संगठन’ के रूप की गयी थी। यह एक अंतरराष्ट्रीय स्वायत संगठन है।
- इसका मुख्यालय वियना, ऑस्ट्रिया में स्थित है।
- IAEA, संयुक्त राष्ट्र महासभा तथा सुरक्षा परिषद दोनों को रिपोर्ट करती है।
प्रमुख कार्य:
- IAEA, अपने सदस्य देशों तथा विभिन्न भागीदारों के साथ मिलकर परमाणु प्रौद्योगिकियों के सुरक्षित, सुदृढ़ और शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कार्य करता है।
- इसका उद्देश्य परमाणु ऊर्जा के शांतिपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना तथा परमाणु हथियारों सहित किसी भी सैन्य उद्देश्य के लिए इसके उपयोग को रोकना है।
स्रोत –द हिन्दू