स्वच्छ ऊर्जा में तेजी लाने के लिए एकीकृत स्वच्छ ऊर्जा सामग्री गतिवर्द्धन मंच
हाल ही में सार्वजनिक-निजी गठबंधनों के माध्यम से स्वच्छ ऊर्जा समाधानों में तेजी लाने के लिए मिशन इनोवेशन ने इंटीग्रेटेड बायो-रिफाइनरी मिशन (IBM) की शुरुआत की है ।
- मिशन इनोवेशन एक वैश्विक पहल है। इसका लक्ष्य इस दशक में स्वच्छ ऊर्जा को किफायती, आकर्षक और सुलभ बनाने के लिए अनुसंधान, विकास और डेमॉन्स्ट्रेशन (प्रदर्शन) के क्षेत्र में कार्रवाई और निवेश को बढ़ावा देना है।
- इस पहल में 22 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं। भारत इस पहल का एक संस्थापक सदस्य है।
- इस मिशन का पहला चरण वर्ष 2015 में पेरिस समझौते के साथ शुरू किया गया था। इसके दूसरे चरण को वर्ष 2021 में शुरू किया गया था।
इंटीग्रेटेड बायो–रिफाइनरी मिशन (IBM) के बारे में:
- इस मिशन का लक्ष्य वर्ष 2030 तक जीवाश्म आधारित 10% इंधन, रसायन और पदार्थों को जैव-आधारित विकल्पों से बदलना है।
- यह मिशन इनोवेशन द्वारा शुरू किया गया छठा मिशन है।
इसके 5 अन्य मिशन निम्नलिखित हैं:
- स्वच्छ हाइड्रोजन (Clean Hydrogen),
- ग्रीन पावर्ड फ्यूचर,
- शून्य-उत्सर्जन शिपिंग (zero-Emission Shipping),
- कार्बन डाइऑक्साइड रिमूवल (Carbon Dioxide Removal),
- और अर्बन ट्रांजिशन (Urban Transitions)
इंटीग्रेटेड बायो–रिफाइनरी मिशन के निम्नलिखित लक्ष्य हैं:
- नई और उभरती प्रौद्योगिकियों को जोखिम से मुक्त करने के लिए बायोरिफाइनरीज के विकास और व्यावसायीकरण का समर्थन करना, और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग के माध्यम से लागत संबंधी प्रतिस्पर्धात्मकता में सुधार करना।
- मिशन इनोवेशन ने एक अन्य पहल के रूप में, सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल्स और हाइड्रोजन वैली प्लेटफॉर्म के लिए फंडिंग ऑपर्चुनिटी की भी घोषणा की है।
नेशनल फंडिंग ऑपर्चुनिटी ऑन सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल्सः
इसका उद्देश्य एविएशन उपयोगों के लिए उन्नत जैव ईंधन में तकनीकी नवाचारों को बढ़ावा देने हेतु अनुसंधान, विकास और डेमॉन्स्ट्रेशन का समर्थन करना है।
हाइड्रोजन वैली प्लेटफॉर्मः यह फ्यूल सेल एंड हाइड्रोजन ज्वाइंट अंडरटेकिंग और मिशन इनोवेशन की एक संयुक्त पहल है। यह हाइड्रोजन की मांग और आपूर्ति को अनुकूलित करने वाली एक वैश्विक पहल है। इसके लिए यह ऑनसाइट उत्पादन और उपयोग पर बल देता है। साथ ही, यह नवीकरणीय संसाधनों का प्रभावी ढंग से उपयोग करने और भौगोलिक पहचान को बनाए रखते हुए जल की अधिकता वाले क्षेत्रों के उपयोग पर भी बल देता है।
स्रोत– द हिंदू