राष्ट्रीय जलमार्ग-1(गंगा नदी) और राष्ट्रीय जलमार्ग-2 (ब्रह्मपुत्र नदी) लिंक परियोजना
हाल ही में भारत बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग (IBPR) द्वारा, राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) और राष्ट्रीय जलमार्ग-2 (ब्रह्मपुत्र नदी) को जोड़ा गया है।
- पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने जलमार्ग के माध्यम से पटना से बांग्लादेश होते हुए पांडु (गुवाहाटी) तक खाद्यान्नों की पहली खेप को सफलतापूर्वक पहुंचाया।
- इसके लिए भारत बांग्लादेश प्रोटोकॉल (IBP) मार्ग का उपयोग किया गया। इसके लिए IBP में अंतर्देशीय जलमार्गों “राष्ट्रीय जलमार्ग-1 (गंगा नदी) और राष्ट्रीय जलमार्ग-2 (ब्रह्मपुत्र नदी) को संयुक्त रूप से शामिल किया गया था।
भारत–बांग्लादेश प्रोटोकॉल मार्ग के बारे में:
- अंतर्देशीय जल पारगमन और व्यापार के लिए भारत-बांग्लादेश प्रोटोकॉल पर वर्ष 1972 में हस्ताक्षर किए गए थे। इसके तहत एक देश के अंतर्देशीय पोत दूसरे देश के निर्धारित मागों के माध्यम से आवागमन कर सकते हैं।
- अंतिम बार इसका नवीनीकरण वर्ष 2015 में किया गया था। इसके तहत पांच वर्ष के पश्चात स्वचालित नवीनीकरण का प्रावधान किया गया था।
IWA के बारे में:
यह भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण अधिनियम, 1985 के तहत गठित एक स्वायत्त संगठन है। यह मुख्य रूप से राष्ट्रीय जलमार्ग अधिनियम, 2016 के तहत घोषित राष्ट्रीय जलमार्गों के विकास, रखरखाव और विनियमन के लिए जिम्मेदार है।
स्रोत –द हिन्दू