इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB)
हाल ही में इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक (IPPB) के 5 वर्ष सफलतापूर्वक संपन्न हो चुके हैं।
विदित हो कि IPPB को वर्ष 2018 में संचार मंत्रालय के अधीन डाक विभाग के अंतर्गत स्थापित किया गया था । इस पर केंद्र सरकार का पूर्णतः स्वामित्व है।
‘इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक’ का लक्ष्य भारत के आम लोगों को अत्यंत सुगम, सस्ती और भरोसेमंद बैंकिंग सेवा उपलब्ध कराना है ।
इसका मुख्य कार्य बैंकिंग सेवाओं तक पहुंच संबंधी अवरोधों को दूर करके एवं संसाधन लागत को कम करके वित्तीय समावेशन को बढ़ावा देना ।
इसको बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 के तहत पंजीकृत किया गया है। साथ ही, IPPB को देश में भुगतान बैंक संबंधी कार्य करने के लिए RBI से विधिवत लाइसेंस प्राप्त है।
यह बचत और चालू खाते, विप्रेषण एवं धन अंतरण, आधार सक्षम भुगतान प्रणाली आदि जैसी सेवाएं प्रदान करता है । यह एक अनुसूचित भुगतान बैंक है।
यह तीन प्रकार के खातों की सुविधाएं प्रदान करता है:
- सफल (नियमित खाता);
- सुगम (मूल बचत बैंक जमा खाता (BSBDA);
- सरल (BSBDA – लघु) ।
IPPB की उपलब्धियां:
- देश भर में 6 करोड़ से अधिक खाते खोले गए हैं। इनमें आकांक्षी जिलों में खोले गए 96 लाख खाते भी शामिल हैं ।
- 90 लाख डाकियों और ग्रामीण डाक सेवकों को स्मार्ट फोन व बॉयोमीट्रिक उपकरण प्रदान किए गए हैं।
- पूरे देश में डाकघर नेटवर्क के माध्यम से 1.37 लाख बैंकिंग एक्सेस पॉइंट्स स्थापित किए गए हैं।
भुगतान बैंकों क्या होते हैं
ज्ञातव्य हो कि ‘निम्न आय समूहों और छोटे व्यवसायों’ की जरूरतों को पूरा करने के लिए ‘नचिकेत मोर समिति’ द्वारा भुगतान बैंक को स्थापित करने की सिफारिश की गई थी
भुगतान बैंक क्या कर सकते हैं और क्या नहीं ?
- भुगतान बैंक 1 लाख रुपये तक की मांग जमाएं स्वीकार कर सकते हैं। इसके साथ ही , मोबाइल भुगतान / खरीदारी, ATM / डेबिट कार्ड, नेट बैंकिंग, थर्ड पार्टी फंड ट्रांसफर जैसी एनी सुविधाएं भी प्रदान कर सकते हैं ।
- लेकिन पेमेंट बैंक फिक्स्ड डिपॉज़िट्स (FDs), सावधि जमा (Term deposits), आवर्ती जमा (Recurring deposits) या किसी भी प्रकार के नहीं कर सकते हैं।
- अनिवासी भारतीय(NRI) जमा को स्वीकार साथ ही, भुगतान बैंक ऋण नहीं दे सकते हैं या क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते हैं।
स्रोत – पी.आई.बी