भारत मॉरीशस संबंध
हाल ही में भारत ने मॉरीशस में विभिन्न बुनियादी ढांचा एवं विकास परियोजनाओं की शुरुआत की है ।
भारत ने मॉरीशस में एक सामाजिक आवासन परियोजना का उद्घाटन किया। इसके अतिरिक्त, एक सिविल सर्विस कॉलेज और एक 8 मेगावाट के सौर PV फार्म परियोजना की आधारशिला भी रखी।
भारत और मॉरीशस ने दो समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए। इनमें से एक के तहत, मेट्रो एक्सप्रेस परियोजना और अन्य बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के लिए भारत मॉरीशस को 190 मिलियन डॉलर की लाइन ऑफ क्रेडिट (एलओसी) प्रदान करेगा। दूसरे में छोटी विकास परियोजनाओं के कार्यान्वयन पर समझौता ज्ञापन का आदान-प्रदान किया जाएगा।
भारत मॉरीशस संबंध
- मॉरीशस की आबादी में भारतीय मूल के लोगों का लगभग 70% हिस्सा है।
- दोनों देशों ने वर्ष 2021 में व्यापक आर्थिक सहयोग और साझेदारी समझौते (CECPA) पर हस्ताक्षर किए थे।
- दोनों देशों ने सुरक्षा समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए हैं। इनमें एक डोर्नियर विमान और एक उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर, ध्रुव का हस्तांतरण भी शामिल है।
- भारत ने मॉरीशस को वर्ष 2016 में विशेष आर्थिक पैकेज के रूप में 353 मिलियन डॉलर का अनुदान दिया था। इसका उद्देश्य प्राथमिकता वाली परियोजनाओं को पूरा करना था।
- मॉरीशस का भारत के सागर (SAGAR) (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) विज़नमें एक विशेष स्थान है। ‘सागर’ विज़न एक सुरक्षित क्षेत्रीय ढांचे के निर्माण पर आधारित है।
- मॉरीशस, पश्चिम एशियाई तेल क्षेत्रों तक संचार के महत्वपूर्ण समुद्री मार्गों के निकट स्थित है।
भारत-मॉरीशस संबंधों में चुनौतियां:
हिंद महासागर क्षेत्र में चीन की बढ़ती उपस्थिति और प्रभाव, मॉरीशस के माध्यम से भारत में निवेश की राउंड-ट्रिपिंग आदि।
स्रोत -द हिन्दू