दक्षिणी अफ्रीका के साथ भारत के आर्थिक संबंध
हाल ही में दक्षिणी अफ्रीका के साथ भारत की आर्थिक संलग्नता को फिर से मजबूत किया जा रहा है।
भारतीय आयात-निर्यात बैंक (एक्ज़िम बैंक) ने एक कार्य-पत्र जारी किया है। इसमें भारत और दक्षिण अफ्रीकी विकास समुदाय (SADC) देशों के बीच रणनीतिक गठबंधन की आवश्यकता पर बल दिया गया है।
- SADC को वर्ष 1980 में स्थापित किया गया था। इस समूह में 16 देश शामिल हैं। ये सभी देश अफ्रीका के कुल भू-क्षेत्र में 4 प्रतिशत, इसके समग्र सकल घरेलू उत्पाद में 28.4 प्रतिशत और जनसंख्या में 28.2 प्रतिशत की हिस्सेदारी रखते हैं ।
- SADC और भारत आपस में मजबूत और गहन संबंध साझा करते है। दोनों के मध्य वर्ष 2021 में 8 बिलियन अमेरिकी डॉलर का कुल व्यापार हुआ था। इसके अतिरिक्त, पिछले 26 वर्षों में SADC में भारत से 69.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया गया है।
- इस तरह, SADC भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापार भागीदार है।
SADC के साथ भारत की संलग्नता को मजबूत करने की रणनीतियां
- दुर्लभ मृदा तत्व (REE) : SADC क्षेत्र लिथियम, ग्रेफाइट, कोबाल्ट, निकल, तांबा और अन्य REE में समृद्ध है।
- समुद्री और रक्षा सहयोग : SADC देश भारत के लिए प्रमुख रक्षा निर्यात गंतव्य हैं। इसमें हिंद महासागर के तट पर स्थित 9 अफ्रीकी देश (IOLC) भी शामिल हैं।
- दोनों पक्ष सागर/ SAGAR पहल (क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास) के सहयोगात्मक ढांचे के आधार पर एक भय-रहित तथा सुरक्षित समुद्री परिवेश सुनिश्चित करने पर काम कर सकते हैं।
- विनिर्माण क्षेत्र में भारतीय कंपनियों के माध्यम से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) बढ़ाकर SADC में विनिर्माण मूल्य श्रृंखला का विकास किया जा सकता है।
- इलेक्ट्रिक वाहन मूल्य श्रृंखला के लिए संयुक्त अन्वेषण गतिविधियों के माध्यम से अन्य महत्वपूर्ण खनिज संसाधनों की व्यवस्था हेतु रणनीतिक गठबंधन बनाया जाना चाहिए ।
स्रोत – द हिन्दू