भारत-ब्राजील ने अपना संयुक्त वक्तव्य जारी
हाल ही में जी-20 शिखर सम्मेलन के अवसर पर भारत-ब्राजील ने अपना संयुक्त वक्तव्य जारी किया है।
वर्ष 2023 ब्राजील और भारत के बीच कूटनीतिक संबंधों की 75वीं वर्षगांठ सहित ‘इब्सा’ ( भारत-ब्राजील-दक्षिण अफ्रीका – IBSA) मंच की 20वीं वर्षगांठ का भी प्रतीक है।
संयुक्त वक्तव्य की प्रमुख बिंदुओं पर एक नजर:
- दोनों देशों ने G-4 और 69 के फ्रेमवर्क पर मिलकर कार्य करने का फैसला किया है । G-4 में ब्राजील, भारत, जापान और जर्मनी शामिल हैं। यह दोनों समूह ‘संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC)’ में सुधार करने की मांग कर रहा है।
- इस अवसर पर ब्राजील ने 2028 -2029 के कार्यकाल के लिए UNSC की अस्थायी सीट पर भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया है । दोनों देश ‘ग्लोबल बायोफ्यूल अलायन्स (GBA)’ के संस्थापक सदस्य हैं । GBA जैव ईंधन के विकास और उसको अपनाने में सुविधा प्रदान करेगा।
- भारत ने ‘BASIC/बेसिक समूह’ की ब्राजील की अध्यक्षता का स्वागत किया है। विदित हो कि बेसिक समूह में ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, भारत और चीन शामिल हैं । इसके अतरिक्त, भारत ने 2025 में UNFCCC के 30वें कॉन्फ्रेंस ऑफ पार्टीज (COP30) के लिए ब्राजील की अध्यक्षता का भी समर्थन किया है।
- दोनों देशों ने अपनी आर्थिक साझेदारी की पूर्ण क्षमता का लाभ उठाने की मंशा प्रकट की है। इसके लिए दोनों देश ब्राजील की मर्कोसुर गुट की अध्यक्षता के दौरान भारत-मर्कोसुर तरजीही व्यापार समझौते (PTA) के विस्तार हेतु मिलकर कार्य करने पर सहमत हुए हैं। मर्कोसुर एक आर्थिक और राजनीतिक संगठन है। जिसमें अर्जेंटीना, ब्राजील, पैराग्वे और उरुग्वे शामिल हैं।
- निजी क्षेत्रक में आपसी सहयोग के लिए इंडिया-ब्राजील बिजनेस फोरम की स्थापना करने का निर्णय लिया गया है। दोनों देशों ने दुनिया के अन्य देशों में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) और आपदा प्रतिरोधी अवसंरचना के लिए गठबंधन (CDRI) की साझेदारी में संयुक्त परियोजनाओं को बढ़ाने पर भी सहमति प्रकट की है।
स्रोत – द हिन्दू