भारत एवं ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता
हाल ही में भारत एवं ऑस्ट्रेलिया ने आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (Economic Cooperation and Trade Agreement: ECTA) पर हस्ताक्षर किए हैं ।
विदित हो कि भारत-ऑस्ट्रेलिया ECTA, लगभग एक दशक के बाद किसी विकसित देश के साथ भारत का पहला व्यापार समझौता है।
समझौते की मुख्य विशेषताएं
- भारत, ऑस्ट्रेलिया से उसे निर्यात की जाने वाली 85% से अधिक वस्तुओं पर प्रशुल्कों (tariff) को समाप्त कर देगा। साथ ही, इस व्यवस्था के तहत अगले 10 वर्षों में इस निर्यात को 91% तक बढ़ा दिया जाएगा।
- भारत से निर्यात की जाने वाली 96 प्रतिशत भारतीय वस्तुओं को ऑस्ट्रेलिया अपने बाजार में शुल्क मुक्त पहुंच (जीरो-ड्यूटी एक्सेस) प्रदान करेगा। इनमें इंजीनियरिंग वस्तुएं, रत्न और आभूषण, वस्त्र, परिधान तथा चमड़े जैसे मुख्य क्षेत्रकों के उत्पाद शामिल हैं।
- इसके तहत अगले पांच वर्षों में शुल्क मुक्त पहुंच का विस्तार भारत से निर्यात की जाने वाली 100 प्रतिशत वस्तुओं तक कर दिया जायेगा।
- विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित (STEM) में भारतीय स्नातकों को अध्ययन के बाद कार्य (work) वीजा दिया जाएगा।
- ऑस्ट्रेलिया अपने घरेलू कर कानून में संशोधन करने पर सहमत हो गया है। इसके तहत ऑस्ट्रेलिया में तकनीकी सेवाएं प्रदान करने वाली भारतीय कंपनियों की ऑफशोर इनकम (दूसरे देश में अर्जित आय) पर कराधान व्यवस्था को समाप्त किया जाएगा।
भारत–ऑस्ट्रेलिया संबंधों का महत्व
- चालू वित्त वर्ष में ऑस्ट्रेलिया, भारत का 17वां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। वहीं भारत, चालू वित्त वर्ष में ऑस्ट्रेलिया का 9वां सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है।
- दोनों देशों के बीच मजबूत रणनीतिक साझेदारी है।
- दोनों देश असैन्य परमाणु सहयोग समझौते पर भी हस्ताक्षर कर चुके हैं।
- दोनों देशों के बीच नियमित रूप से सैन्य अभ्यास (जैसे AUSINDEX) आयोजित किए जाते हैं।
- ECTA से द्विपक्षीय वस्तु एवं सेवा व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। इस समझौते से अगले पांच वर्षों में 45-50 अरब डॉलर का द्विपक्षीय व्यापार होने की संभावना है। मौजूदा द्विपक्षीय व्यापार लगभग 27 अरब डॉलर है। यह समझौता भारत में दस लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
स्रोत –द हिन्दू