भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता
हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई संसद ने भारत-ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौते (ECTA) मंजूरी दी है।
ECTA पर अप्रैल 2022 में हस्ताक्षर किए गए थे। यह पहला मुक्त व्यापार समझौता (FTA) है जिस पर भारत ने एक दशक से अधिक समय के बाद किसी प्रमुख विकसित देश के साथ हस्ताक्षर किये हैं।
इस समझौते से निम्नलिखित अपेक्षाएं हैं:
अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाकर 45-50 बिलियन अमेरिकी डॉलर करना;
भारत में कम से कम 10 लाख रोजगार के अतिरिक्त अवसर पैदा करना;
निवेश के अवसर उपलब्ध कराना; तथा स्टार्ट-अप्स को बढ़ावा देना ।
ECTA की प्रमुख विशेषताएं
कपड़ा, चमड़ा, फर्नीचर, आभूषण, मशीनरी आदि सहित 6,000 से अधिक व्यापक क्षेत्रकों की भारतीय वस्तुएं ऑस्ट्रेलियाई बाजार में शुल्क मुक्त प्रवेश कर सकेंगी।
ऑस्ट्रेलिया ने सूचना प्रौद्योगिकी (IT), सूचना प्रौद्योगिकी सक्षम सेवाएं (TeS), स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे कई सेवा उप-क्षेत्रकों में भी कई तरह की सुविधाएं देने का वादा किया है।
व्यापार को प्रोत्साहित करने और उसमें सुधार करने के लिए एक संस्थागत तंत्र का भी प्रस्ताव किया गया है।
समझौते में उत्पाद की उत्पत्ति के नियम (Rules of Origin), सैनिटरी और फाइटोसैनिटरी (SPS) उपाय, विवाद निपटान, नेचुरल पर्सन्स (सेवा पेशेवर ) की आवाजाही आदि को भी शामिल किया गया है।
भारत -ऑस्ट्रेलिया संबंध:
भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच प्रगाढ़ द्विपक्षीय संबंध हैं, जिनमें हाल के वर्षों में रूपांतरकारी बदलाव हुए हैं और अब ये एक सकारात्मक दिशा में विकसित होकर मित्रतापूर्ण साझेदारी में बदल गए हैं।
दोनों देशों के बीच एक विशेष साझेदारी है, जिसमें बहुलवादी, संसदीय लोकतंत्र, राष्ट्रकुल परंपराएँ, बढ़ता आर्थिक सहयोग, लोगों-से-लोगों के बीच दीर्घकालिक संबंध तथा बढ़ते हुए उच्चस्तरीय परस्पर संपर्कों के साझा मूल्य शामिल हैं।
भारत-ऑस्ट्रेलिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी ‘इंडिया-आस्ट्रेलिया लीडर्स वर्चुअल समिट’ के दौरान आरंभ हुई, जो कि दोनों देशों के बहुपक्षीय तथा द्विपक्षीय संबंधों की आधारशिला है।
भारत-ऑस्ट्रेलिया सहयोग के क्षेत्र
भू–रणनीतिक: दोनों देश QUAD/क्वाड ग्रुपिंग (भारत, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान), त्रिपक्षीय आपूर्ति श्रृंखला पहल और इंडो-पैसिफिक इकोनॉमिक फोरम (IPEF) का हिस्सा हैं।
भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ त्रिपक्षीय ‘सप्लाई चेन रेज़ीलियेंस इनीशिएटिव’ (SCRI) में शामिल है जो हिंद-प्रशांत क्षेत्र में आपूर्ति शृंखलाओं में लचीलेपन को बढ़ाने का प्रयास करता है।
व्यापार और निवेश:
ऑस्ट्रेलिया, भारत का 17वाँ सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है तथा भारत. ऑस्ट्रेलिया का नौवाँ सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है।
वस्तु एवं सेवाओं दोनों क्षेत्रों में भारत-ऑस्ट्रेलिया द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2021 में 27.5 बिलियन डॉलर का आंका गया है।
वर्ष 2021-22 में ऑस्ट्रेलिया को भारत का वस्तु निर्यात 8.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर था और वहां से भारत में आयात 16.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर था ।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग: इसमें सामरिक भागीदारी, सुरक्षा सहयोग पर संयुक्त घोषणा, असैन्य परमाणु सहयोग समझौता तथा नियमित सैन्य अभ्यास (जैसे AUSINDEX; AUSTRAHIND आदि ) शामिल हैं।
स्रोत – द हिन्दू