WHO ने सुरक्षित गर्भपात के लिए नए दिशा–निर्देश जारी किए
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सुरक्षित गर्भपात के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं ।
इन दिशा-निर्देशों का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि गर्भवती महिलाओं को गर्भपात से संबंधित देखभाल के सभी चरणों (गर्भपात से पहले, गर्भपात के दौरान और गर्भपात के बाद देखभाल) में स्वास्थ्य सुविधाएं प्राप्त हों।
इसके अंतर्गत स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं यह सुनिश्चित करेंगी कि सेवा वितरण, समान रूप से और बिना किसी भेदभाव के गर्भपात कराने वाली महिलाओं की जरूरतों को पूरा करे।
इस संबंध में WHO द्वारा जारी मुख्य दिशा–निर्देशः
- गर्भपात को पूरी तरह से गैर-आपराधिक बनाना।
- ऐसे कानूनों और विनियमों से बचना, जो गर्भपात को गर्भधारण की अवधि के आधार पर प्रतिबंधित करते हैं।
- बेहतर सूचना और परामर्श सुविधा तक पहुँच प्रदान करना।
- गर्भपात के लिए प्रतीक्षा अवधि को अनिवार्य न करना,
- किसी अन्य व्यक्ति, निकाय या संस्था की अनुमति का इंतजार किए बिना महिला के अनुरोध पर गर्भपात की सुविधा उपलब्ध कराना।
गर्भपात के बारे में:
- पूरे विश्व में लगभग 45% गर्भपात असुरक्षित तरीकों से कराये जाते हैं। इनमें 97% असुरक्षित गर्भपात विकासशील देशों में कराये जाते हैं।
- असुरक्षित गर्भपात कई लड़कियों, महिलाओं और माताओं की मृत्यु तथा बीमार पड़ने का एक प्रमुख कारण है। हालांकि, इन्हें रोका जा सकता है।
- यह महिलाओं में शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य जटिलताओं को जन्म दे सकता है। इसके अलावा यह महिलाओं, समुदायों और स्वास्थ्य प्रणालियों के लिए सामाजिक और वित्तीय बोझ का कारण बन सकता है।
- सुरक्षित, समय पर, कम लागत में और सम्मानजनक तरीके से गर्भपात देखभाल तक पहुँच का अभाव लोक-स्वास्थ्य से जुड़ी एक महत्वपूर्ण चिंता और मानवाधिकार का मुद्दा है।
असुरक्षित गर्भपात को नियंत्रित करने के लिए भारत द्वारा किए गए उपाय:
- गर्भ का चिकित्सकीय समापन (संशोधन) अधिनियम, 2021 Medical Termination of Pregnancy (Amendment)Act, 2021]: यह कानून सभी महिलाओं को व्यापक गर्भपात देखभाल सुविधा प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाता है।
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत RMNCH+A यानी प्रजनन, मातृ, नवजात, बाल और किशोर स्वास्थ्य (Reproductive, Maternal, New & born, Child and Adolescent Health) कार्यक्रमः यह व्यापक गर्भपात देखभाल सेवाएं (Comprehensive Abortion Care Services: CACS) प्रदान करता है।
- सभी राज्यों को CACS और गर्भपात की चिकित्सा पद्धतियों (Medical Methods of Abortions: MMA) पर दिशा-निर्देश प्रदान किए गए हैं।
- प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना (PMKVY) का संचालन किया जा रहा है।
स्रोत – द हिन्दू