घरेलू नल कनेक्शन की क्रियाशीलता (FHTC) का आकलन 2022 रिपोर्ट जारी
हाल ही में जल शक्ति मंत्रालय ने जल जीवन मिशन (JJM) के तहत ‘घरेलू नल कनेक्शन की क्रियाशीलता (FHTC) का आकलन 2022’ रिपोर्ट जारी की है ।
FHTC रिपोर्ट, तृतीय पक्ष एजेंसी द्वारा प्रतिवर्ष तैयार की जाती है। इसका उद्देश्य पर्याप्त निगरानी सुनिश्चित करना है। इस निगरानी को जल जीवन मिशन (JJM) के तहत अनिवार्य किया गया है।
FHTC का आशय जल की आपूर्ति करने वाले घरेलू नल कनेक्शन से है।
- पर्याप्त मात्रा में जलापूर्तिः कम-से-कम 55 लीटर प्रति व्यक्ति दैनिक जलापूर्ति की जानी चाहिए।
- नियमित आधार परः लंबे समय तक निरंतर आपूर्ति की जानी चाहिए। रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष – 62% परिवारों को अपने परिसर में पूरी तरह से क्रियाशील नल के पानी के कनेक्शन प्राप्त हुए हैं।
- देश में कुल मिलाकर FHTC में पिछले वर्ष की तुलना में वर्ष 2021-22 में 14% की वृद्धि हुई है।
- क्रियाशील नल के मामले में पुडुचेरी (88%), तमिलनाडु (86%) और हिमाचल प्रदेश (82%) को सर्वाधिक अंक प्राप्त हुए हैं।
जल जीवन मिशन (JUM) के बारे में
यह एक केंद्र प्रायोजित योजना है।
केंद्र और राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के बीच निधि आवंटन हिस्सेदारी निम्नलिखित अनुपात में है:
- बिना विधानमंडल वाले केंद्र शासित प्रदेशों के लिए केंद्र सरकार 100% वित्त पोषण प्रदान करेगी;
- पूर्वोत्तर और हिमालयी राज्यों तथा विधानमंडल वाले केंद्र शासित प्रदेशों के लिए 90:10 के अनुपात में; तथा
- शेष राज्यों के लिए 50:50 के अनुपात में।
- इसका लक्ष्य ग्रामीण भारत के सभी घरों में वर्ष 2024 तक व्यक्तिगत घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से सुरक्षित और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना है।
- यह मिशन पंचायती राज संस्थाओं और समुदायों को जलापूर्ति योजनाओं के क्रियान्वयन में शामिल करके उन्हें सशक्त बनाता है।
स्रोत – पीआईबी