खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर फिर से वार्ता शुरू
हाल ही में भारत और खाड़ी सहयोग परिषद (GCC) ने मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर फिर से वार्ता शुरू करने का निर्णय लिया है।
भारत और GCC मुक्त व्यापार समझौते पर वार्ताओं को औपचारिक रूप से फिर शुरू करेंगे। इसके लिए दोनों पक्ष आवश्यक कानूनी और तकनीकी पूर्व – शर्तों को पूरा करने में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं।
इससे पहले वर्ष 2006 और वर्ष 2008 में दोनों पक्ष एक व्यापार समझौते पर पहुंचे थे, लेकिन बाद में आगे इस पर कोई कार्यवाही नहीं की गई।
प्रस्तावित FTA को आधुनिक और व्यापक समझौते का रूप दिया जाना है। इसके दायरे में अधिक वस्तुओं और सेवाओं को लाया जाएगा।
FTA के संभावित लाभ
रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे,
जीवन स्तर को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी, तथा
भारत व GCC देशों में अधिक सामाजिक और आर्थिक अवसर उपलब्ध होंगे।
भारत – GCC संबंध
सामरिक संबंध : खाड़ी देश भारत के निकट पड़ोसी हैं, केवल अरब सागर भारत को इन देशों से अलग करता है।
दोनों पक्ष इस क्षेत्र में राजनीतिक स्थिरता और सुरक्षा स्थापित करना चाहते हैं।
व्यापार और आर्थिक संबंध: GCC वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार समूह है। वित्त वर्ष 2021-22 में दोनों पक्षों के बीच 154 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का द्विपक्षीय व्यापार दर्ज किया गया था।
व्यापार और आर्थिक संबंध: GCC वर्तमान में भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार समूह है। वित्त वर्ष 2021-22 में दोनों पक्षों के बीच 154 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का द्विपक्षीय व्यापार दर्ज किया गया था।
GCC देश भारत के तेल आयात में लगभग 35% और गैस आयात में 70% का योगदान करते हैं।
भारत से GCC सदस्यों को तीन सर्वाधिक निर्यातित मदें हैं: रिफाइंड पेट्रोलियम, आभूषण और चावल ।
GCC देशों से तीन सर्वाधिक आयातित मदें हैं कच्चा पेट्रोलियम, पेट्रोलियम गैस और हीरे ।
भारत में वैश्विक विप्रेषण ( remittances) का लगभग 50% GCC क्षेत्र से आता है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2021 में भारत विश्व में सर्वाधिक विप्रेषण प्राप्त करने वाला देश था।
डायस्पोरा : GCC के सभी सदस्य देशों में लगभग 6.5 मिलियन भारतीय रह रहे हैं।
खाड़ी सहयोग परिषद (GCC)
GCC खाड़ी क्षेत्र के 6 देशों का राजनीतिक और आर्थिक गठबंधन है। ये देश हैं- सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, कतर, कुवैत, ओमान और बहरीन ।
GCC की स्थापना वर्ष 1981 में सऊदी अरब के रियाद में हुई थी ।
स्रोत – द हिन्दू