गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) प्लेटफॉर्म
हाल ही में गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) प्लेटफॉर्म पर वित्त वर्ष 2022 2023 के लिए सकल पण्य मूल्य एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर गया है।
- GeM एक वन स्टॉप राष्ट्रीय सरकारी खरीद पोर्टल है । यह वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के तहत कार्य करता है।
- इसे सरकारी खरीदारों के लिए एक खुला और पारदर्शी खरीद प्लेटफॉर्म बनाने के लिए 2016 में लॉन्च किया गया था ।
- GeM ने स्थापना के बाद से अब तक कुल 3 लाख करोड़ रुपये का सकल पण्य मूल्य (Gross Merchandise value: GMV) दर्ज किया है।
GeM की विशेषताएं
- यह अलग-अलग सरकारी विभागों / संगठनों / सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों/ सहकारी संगठनों को आवश्यक सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीदारी में सुविधा प्रदान करता है।
- यह कागज रहित, नकदी रहित और कॉन्टैक्टलेस प्लेटफॉर्म है। यह सौदे की संपूर्ण प्रक्रिया के दौरान मदद करता है।
- सामान्य वित्तीय नियमावली, 2017 के अधिदेश के अनुसार सभी मंत्रालय या विभाग GeM पर उपलब्ध सभी वस्तुओं और सेवाओं की GeM पोर्टल के माध्यम से ही खरीद करेंगे।
- इसका प्रबंधन GeM स्पेशल पर्पज व्हीकल करता है। यह 100% सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी है। यह कंपनी अधिनियम की धारा 8 के तहत पंजीकृत कंपनी है।
GeM का महत्वः
- यह सार्वजनिक खरीद में पारदर्शिता, दक्षता और शीघ्रता को बढ़ाता है ।
- यह सरकारी विभागों के लिए आवश्यक सामान्य उपयोग की वस्तुओं और सेवाओं की ऑनलाइन खरीद की सुविधा प्रदान करता है।
- खरीद, आपूर्ति और भुगतान की निगरानी के मामले में यह अप-टू-डेट व उपयोगकर्ता अनुकूल डैशबोर्ड है।
- यह उपयोगकर्ताओं को उनके धन के बदले सर्वोत्तम मूल्य दिलाने में सुविधा प्रदान करने के लिए ई-बोली, रिवर्स ई-नीलामी जैसे मैकेनिज्म प्रदान करता है
स्रोत – द हिन्दू