विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैश्विक तपेदिक (टीबी) रिपोर्ट 2021
हाल ही में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वैश्विक तपेदिक (टीबी) रिपोर्ट 2021 जारी की है ।
यह रिपोर्ट वैश्विक, क्षेत्रीय और देश के स्तर पर टीबी महामारी तथा इस रोग की रोकथाम, निदान एवं उपचार में प्रगति का व्यापक आकलन प्रदान करती है।
बेसिलसमाइकोबैक्टीरियम ट्यूबरक्लोसिस के कारण टीबी होता है। यह टीबी से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से हवा में पहुंचने वाले बैक्टीरिया द्वारा प्रसारित होता है।
यह आमतौर पर फेफड़ों (फुफ्फुसीय टीबी) को प्रभावित करता है, लेकिन अन्य अंगों को भी प्रभावित कर सकता है।
रिपोर्ट की प्रमुख विशेषताएं
- कोविङ-19 वैश्विक महामारी के कारण एक दशक से अधिक समय में पहली बार टीबी से होने वाली मौतों में वृद्धि हुई है। वर्ष 2020 में टीबी से कुल 5 मिलियन लोगों (HIV वाले 2,14,000 लोगों सहित) की मृत्यु हुई थी।
- विश्व भर में मृत्यु का 13वां प्रमुख कारण टीबी है और यह कोविङ-19 के बाद (HIV/एड्स से अधिक) संक्रामक रोग से होने वाली मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण है।
- वर्ष 2020 में, टीबी रोग से अत्यधिक ग्रस्त 30 देशों का टीबी के नए मामलों में 86% योगदान था। टीबीके कुल मामलों में आठ देशों का योगदान लगभग दो तिहाई है, जिसमें भारत सबसे अग्रणी देश है।
- कोविड वैश्विक महामारी को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों और निदान संबंधी समाधानों तक पहुँच में अत्यधिक बाधाओं के कारण व्यापक संख्या में टीबी के मामलों का पता नहीं लगाया जा सका है।
- भारत में नए मामलों का पता लगाने में सबसे बड़ी गिरावट (पता नहीं लगाए जा सके कुल मामलों का 41%) हुई है।
- वर्ष 2020 की उपलब्धियों से पता चलता है कि वैश्विक टीबी उन्मूलन लक्ष्यों का पर्याप्त अनुसरण नहीं किया जा रहा है ।
WHO की टीबी उन्मूलन रणनीतिः वर्ष 2020 की उपलब्धियां
- टीबी की व्यापकता दर
- लक्ष्यः वर्ष 2015-2020 तक 20% की कमी करना
- उपलब्धि : 11%
- टीबी से होने वाली मौतों की संख्या
- लक्ष्यः वर्ष 2015-2020 तक 35% की कमी करना
- उपलब्धि : वर्ष2020 तक 2%
- अत्यधिक लागतों का सामना कर रहे टीबी से पीड़ित लोगों का प्रतिशत
- लक्ष्यःवर्ष 2020 तक शून्य करना
- उपलब्धि : 47% अब टीवी से पीड़ित 47% लोग अत्यधिक लागत का सामना करते हैं
स्रोत –द हिन्दू