ग्लोबल हंगर इंडेक्स रिपोर्ट -2021
हाल ही में ‘कंसर्न वर्ल्ड वाइड’ नामक आयरिश सहायता एजेंसी और ‘वेल्ट हंगर हिल्फ़’ नामक जर्मन संगठन द्वारा संयुक्त रूप से ‘ग्लोबल हंगर इंडेक्स – 2021’ जारी किया गया है।
वर्ष 2021 के ग्लोबल हंगर इंडेक्स (Global Hunger Index: GHI ) में भारत को 101वां स्थान दिया गया है। इस इंडेक्स को 14 अक्टूबर, 2021 को जारी किया गया।
भारत की स्थिति
- विदित हो कि वर्ष 2020 में, भारत 94वें स्थान पर था लेकिन इस सूचकांक में भारत को 116 देशों में से 101वें स्थान पर रखा गया है।
- 2021 संस्करण में, भारत को अपने पड़ोसी देशों पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल से पीछे रखा गया है।
- भारत के GHI स्कोर में भी कमी आई है। 2000 में यह 38.8 था लेकिन अब 2012 और 2021 के बीच घटकर 28.8–5 हो गया है।
- बच्चों में वेस्टिंग का हिस्सा 1998-2002 के दौरान 17.1% से बढ़कर 2016-2020 के दौरान 17.3% हो गया है।
विश्व परिदृश्य
इस सूचकांक में चीन, ब्राजील और कुवैत जैसे 18 देशों ने शीर्ष स्थान साझा किया। उन्हें 5 से भी कम का GHI स्कोर मिला है।
कैसे की जाती है GHI स्कोर की गणना
GHI स्कोर की गणना चार संकेतकों के आधार पर की जाती है-
- कुपोषण
- चाइल्ड वेस्टिंग: पांच साल से कम उम्र के बच्चे जिनका वजन उनकी ऊंचाई के हिसाब से कम है।
- चाइल्ड स्टंटिंग:पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे जिनकी ऊंचाई उनकी उम्र के हिसाब से कम है।
- बाल मृत्यु दर : पांच वर्ष से कम आयु के बच्चों की मृत्यु दर।
भारत में सुधार
भारत ने अंडर-5 मृत्यु दर, अल्पपोषण की व्यापकता और बच्चों में स्टंटिंग की व्यापकता जैसे संकेतकों के संबंध में सुधार किया है।
वैश्विक भूख सूचकांक (Global Hunger Index – GHI)
GHI दुनिया भर में, क्षेत्र के साथ-साथ देश द्वारा भूख को मापने और ट्रैक करने का एक उपकरण है। इसकी गणना प्रतिवर्ष की जाती है और इसके परिणाम प्रत्येक वर्ष अक्टूबर के महीने में जारी एक रिपोर्ट में प्रकाशित किए जाते हैं।
स्रोत –द हिन्दू