‘ग्लोबल एम्प्लॉयमेंट ट्रेंड्स फॉर यूथ 2022′ रिपोर्ट
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय श्रम संगठन ILO ने ‘ग्लोबल एम्प्लॉयमेंट ट्रेंड्स फॉर यूथ 2022’ रिपोर्ट जारी की है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में युवाओं के लिए रोजगार में गिरावट आई है, साथ ही विश्व स्तर पर युवाओं के लिए रोजगार की स्थिति में अब भी अपेक्षित सुधार नहीं देखा गया है।
यह इस बात की पुष्टि है कि कोविड-19 ने किसी भी अन्य आयु वर्ग की तुलना में युवाओं को अधिक नुकसान पहुंचाया है।
रिपोर्ट के मुख्य निष्कर्ष
- महामारी की वजह से 15 से 24 वर्ष की आयु वर्ग के लोगों के लिए श्रम बाजार की चुनौतियां और बढ़ गई हैं।
- वर्ष 2022 में विश्व स्तर पर बेरोजगार युवाओं की संख्या 73 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है।
- भारत में भी युवाओं के लिए रोजगार में गिरावट देखी गई है।
- भारत में, औसतन 92% बच्चों ने भाषा संबंधी कम से कम एक बुनियादी क्षमता खो दी है। 82% बच्चों ने गणित में कम से कम एक बुनियादी क्षमता खो दी है
- भारत में श्रम बाजार में युवा महिलाओं की भागीदारी बहुत कम है। वैश्विक युवा श्रम बाजार में युवा भारतीय महिलाओं की भागीदारी केवल 5% है।
- गैर-सरकारी विद्यालयों के शिक्षकों को सरकारी विद्यालयों की तुलना में काफी कम वेतन दिया जाता है।
स्रोत –द हिन्दू