वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क (GBF) 2020 बैठक संपन्न
हाल ही में वैश्विक जैव विविधता फ्रेमवर्क (GBP) 2020-पश्चात के कार्य समूह की चौथी बैठक केन्या के नैरोबी में आयोजित हुई ।
कार्य समूह का उद्देश्य जैव विविधता फ्रेमवर्क (GBF) 2020-पश्चात के मूलपाठ पर आम सहमति तक पहुंचना था, परंतु सफलता नहीं मिली।
उल्लेखनीय है कि इस मूलपाठ को जैविक विविधता अभिसमय (CBD) के 15वें पक्षकारों के सम्मेलन (COP-15) में अंतिम रूप दिया जाना है।
GBF 2020-पश्चात वस्तुतः जैव विविधता 2011-2020 के लिए रणनीतिक योजना (आइची जैव विविधता लक्ष्य सहित) को आगे बढ़ाने का प्रयास है।
इसका उद्देश्य निम्नलिखित लक्ष्यों के लिए वर्ष 2030 तक की अवधि के दौरान दुनिया भर में कार्रवाइयों का मार्गदर्शन करना है:
- प्रकृति और लोगों के लिए इसकी आवश्यक सेवाओं को संरक्षित एवं सुरक्षित करना, तथा
- यह सुनिश्चित करना कि ‘प्रकृति के साथ सामंजस्य में रहने’ का साझा दृष्टिकोण वर्ष 2050 तक पूरा हो जाये।
जैविक विविधता अभिसमय (CBD) जैव विविधता के सभी पहलुओं को शामिल करने वाला पहला वैश्विक समझौता है।
इस समझौते में निम्नलिखित पहलू शामिल हैं:
- जैव विविधता का संरक्षण;
- जैव विविधता के घटकों का सतत उपयोग, और
- आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से होने वाले लाभों का उचित और न्यायसंगत बंटवारा।
जैविक विविधता अभिसमय के प्रोटोकॉल्सः
- पहुंच और लाभ–साझाकरण पर नागोया प्रोटोकॉलः इसका लक्ष्य आनुवंशिक संसाधनों के उपयोग से उत्पन्न होने वाले लाभों को निष्पक्ष और न्यायसंगत तरीके से साझा करना है।
- जैव सुरक्षा पर कार्टाजेना प्रोटोकॉलः इसका उद्देश्य आधुनिक जैव प्रौद्योगिकी के परिणामस्वरूप उत्पन्न सजीव संशोधित जीवों (LMOs) के सुरक्षित संचालन, आवागमन और उपयोग को सुनिश्चित करना है।
- कार्टाजेना प्रोटोकॉल के दायित्व और निवारण पर पूरक नागोया-क्वालालंपुर प्रोटोकॉल।
- GBF 2020-पश्चात कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक वर्ष 2021 में संपन्न हुई थी। इस बैठक में CBD के तहत आनुवंशिक संसाधनों पर डिजिटल अनुक्रम (Digital sequence) सूचना पर विचार किया गया था।
डिजिटल अनुक्रम
डिजिटल अनुक्रम सूचना एक पर्यायवाची शब्द है। इसे अग्रलिखित अन्य नामों से भी जाना जाता है जैसेः आनुवंशिक सूचना, जैव सूचना, अनुक्रम सूचना, प्राकृतिक सूचना, आनुवंशिक अनुक्रम डेटा, न्यूक्लियोटाइड अनुक्रम डेटा या आनुवंशिक संसाधन।
स्रोत –द हिन्दू