वाराणसी में G-20 के कृषि वैज्ञानिकों की ‘महर्षि पहल’ पर चर्चा
17-19 अप्रैल को वाराणसी में G20 देशों के मुख्य कृषि वैज्ञानिकों की बैठक (Meeting of Agricultural Chief Scientists: MACS) हो रही है। इसबैठक के दौरान भारत द्वारा ‘महर्षि पहल’ (MAHARISHI Initiative) की शुरुआत की गई है।
G20 देशों के कृषि वैज्ञानिकों की बैठक का उद्देश्य
- जी20 में कृषि प्रमुख वैज्ञानिकों की बैठक सतत, रेसिलिएंट और लाभदायक कृषि खाद्य प्रणालियों को प्राप्त करने के लिए विज्ञान आधारित समाधान देने के लिए संयुक्त कार्रवाई को बढ़ावा देने में सहायक है।
- यह खाद्य और पोषण सुरक्षा के लिए चर्चा, विचार-विमर्श और ज्ञान, विज्ञान तथा प्रौद्योगिकियों के आदान- प्रदान और G20 देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए एक अच्छा मंच प्रदान करता है।
महर्षि पहल (MAHARISHI Initiative)
- बैठक में महर्षि पहल (MAHARISHI Initiative) यानी “मिलेट और अन्य प्राचीन अनाज अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान” (Millets And Other Ancient Grains International Research) पहल शामिल होगी।
- यह अंतर्राष्ट्रीय पहल अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के साथ कृषि जैव विविधता, खाद्य सुरक्षा और पोषण के संबंध में अनुसंधान और जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करेगी।
- यह पहल अंतर्राष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष 2023 के के साथ कृषि जैव विविधता, खाद्य सुरक्षा और पोषण के संबंध में अनुसंधान और जागरूकता पर ध्यान केंद्रित करेगी।
अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष
- विदित हो कि वर्ष 2023 में अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष (International Year of Millets- IYM) मनाने के भारत के प्रस्ताव को वर्ष 2018 में खाद्य और कृषि संगठन (FAO) द्वारा अनुमोदित किया गया था तथा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रूप में घोषित किया है।
- इसे संयुक्त राष्ट्र के एक प्रस्ताव द्वारा अपनाया गया और इसका नेतृत्व भारत ने किया तथा 70 से अधिक देशों ने इसका समर्थन किया।
- पोषक अनाज एक सामूहिक शब्द है जो कई छोटे-बीज वाले फसलों को संदर्भित करता है, जिसकी खेती खाद्य फसल के रूप में मुख्य रूप से समशीतोष्ण, उपोष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों व शुष्क क्षेत्रों में सीमांत भूमि पर की जाती है।
- भारत में उपलब्ध कुछ सामान्य फसलों में बाजरा रागी (फिंगर मिलेट), ज्वार (सोरघम), समा (छोटा बाजरा), बाजरा (मोती बाजरा) और वरिगा (प्रोसो मिलेट) शामिल हैं।
स्रोत – पी.आई.बी.