हिताची पेमेंट सर्विसेज द्वारा भारत का पहला ‘यूपीआई- एटीएम’ लॉन्च
हाल ही में हिताची (HITACHI) पेमेंट सर्विसेज ने भारत के पहले ‘यूनाइटेड पेमेंट्स इंटरफेस (यूपीआई) एटीएम का अनावरण किया है।
व्हाइट लेबल एटीएम (White Label ATM: WLA) के रूप में इसे हिताची पेमेंट सर्विसेज द्वारा ‘नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया’ (NPCI) के सहयोग से लॉन्च किया गया है। इसे ‘हिताची मनी स्पॉट यूपीआई एटीएम’ (Hitachi Money Spot UPI- ATM) नाम दिया गया है। WLA का स्वामित्व एवं संचालन की जिम्मेदारी गैर-बैंकिंग संस्थाओं के पास होती है।
‘यूपीआई’ -ATM से ग्राहकों को बिना डेबिट या क्रेडिट कार्ड से कैश विथड्रॉल की सुविधा उपलब्ध होगी। जिससे कार्ड – रहित नकद निकासी की सुविधा मिल सकेगी। उपयोगकर्ता ‘यूपीआई’ ऐप का उपयोग करके अपने अलग-अलग खातों से नकद निकाल सकते हैं। UPI -ATM उन यूपीआई यूजर्स के लिए सुलभ है जिनके एंड्रॉइड या आईओएस डिवाइस पर यूपीआई एप्लिकेशन इंस्टॉल है।
भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI)
- यह संगठन भारत में भुगतान प्रणालियों का संचालन और प्रबंधन करता है।
- इसकी स्थापना 2008 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) द्वारा भारतीय कंपनी अधिनियम, 1956 के प्रावधानों के के अंतर्गत गैर-लाभकारी कंपनी के रूप में की गई थी।
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (यूपीआई):
- यह तत्काल भुगतान सेवा जो कि कैशलेस भुगतान को तीव्र और आसान बनाने के लिये चौबीस घंटे धन हस्तांतरण सेवा है, का एक उन्नत संस्करण है।
- वर्ष 2016 में ‘भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम’ ने 21 सदस्य बैंकों के साथ UPI को लॉन्च किया था।
- यूपीआई देश में सबसे तेजी से बढ़ने वाली पेमेंट प्रणाली है और डिजिटल लेनदेन में इसकी हिस्सेदारी 50% से अधिक है।
व्हाइट लेबल एटीएम (WLA)
- गैर-बैंकिंग संस्थानों द्वारा स्थापित, स्वामित्व और संचालित एटीएम को व्हाइट लेबल एटीएम (WLA) कहा जाता है।
- गैर-बैंकिंग एटीएम ऑपरेटर भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) द्वारा पेमेंट और सेटलमेंट सिस्टम अधिनियम, 2007 के तहत अधिकृत हैं।
- नकद वितरण के अलावा, ये एटीएम/WLA ग्राहकों को निम्नलिखित अन्य सेवाएँ / सुविधाएँ प्रदान कर सकते हैं। जैसे – खाता जानकारी, नकद जमा, नियमित बिल भुगतान ।
स्रोत – द हिन्दू