ऑक्सफैम द्वारा “फर्स्ट क्राइसिस दैन कैटास्ट्रोफे” रिपोर्ट जारी
हाल ही में ऑक्सफैम ने “फर्स्ट क्राइसिस दैन कैटास्ट्रोफे” (First crisis, then catastrophe) नाम से रिपोर्ट जारी की है ।
ऑक्सफैम की इस रिपोर्ट में रेखांकित किया गया है कि, वर्ष 2022 में 26.3 करोड़ अतिरिक्त लोग चरम निर्धनता से ग्रसित हो जायेंगे।
इसके लिए निम्नलिखित कारण संयुक्त रूप से उत्तरदायी होंगे:
- कोविड-19 का प्रभाव,
- असमानता और खाद्य एवं ऊर्जा मूल्य मुद्रास्फीति,
- यूक्रेन में जारी युद्ध के कारण मुद्रास्फीति का तीव्र होना आदि।
- इन सबके परिणामस्वरूप कुल 86 करोड़ लोग 90 डॉलर प्रति दिन की आय पर चरम गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन कर रहे होंगे।
रिपोर्ट में की गई प्रमुख सिफारिशें:
- सामाजिक सुरक्षा के लिए एक वैश्विक कोष का निर्माण:
सामाजिक सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक अंतर्राष्ट्रीय वित्तपोषण-तंत्र स्थापित करने की आवश्यकता है। यह कम आय वाले देशों को अपनी आबादी के लिए आवश्यक आय सुरक्षा प्रदान करने में सक्षम बनाएगा।
- कीमतों पर नियंत्रण:
यह निम्नलिखित उपायों से संभव होगाः
- मुख्य खाद्य (staple food) पर मूल्य वर्धित करों में कटौती और आय समर्थन प्रदान करने के लिए कैश ट्रांसफर।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार नियमों को स्थानीय और क्षेत्रीय खाद्य प्रणालियों के विकास का समर्थन करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, कृषि उद्योग से संबद्ध बड़ी कंपनियों के साथ अनुचित प्रतिस्पर्धा से बचना चाहिए।
- नहीं भुगतान किये जाने वाले ऋणों को रद्द करनाः सभी निम्न और निम्न मध्यम आय वाले देशों के वर्ष 2022 एवं वर्ष 2023 में सभी ऋण भुगतानों को रद्द किया जाना चाहिए। साथ ही, एक संप्रभु ऋण पुनर्संरचना तंत्र को बढ़ावा दिया जाना चाहिए।
- विशेष आहरण अधिकारों (Special Drawing Rights: SDR) को फिर से आवंटित करना और फिर से जारी करना: IMF के अंतर्गत SDRs को पुनः आवंटित किया जाना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित हो सकेगा कि यह कर्ज-मुक्त और शर्त-मुक्त हो।
- अतिरिक्त सहायता में वृद्धिः निम्न आय वाले देशों को प्रदान की जाने वाली आपातकालीन सहायता में वृद्धि की जानी चाहिए।
स्रोत – द हिंदू