स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के विस्तार के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान
ग्रामीण विकास मंत्रालय (MoRD) ने स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के विस्तार के लिए राष्ट्रव्यापी अभियान की घोषणा की है ।
- ग्रामीण विकास मंत्रालय ने दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) के तहत SHGs में शामिल होने से छूट गई महिलाओं को इसमें सम्मिलित करने में तेजी लाने के लिए एक अभियान की घोषणा की है।
- इसका उद्देश्य SHG के कवरेज का विस्तार करना है।
- DAY-NRLM का लक्ष्य लगभग 9-10 करोड़ ग्रामीण गरीब परिवारों को चरणबद्ध तरीके से SHGS में शामिल करना है। इससे उन्हें दीर्घकालिक सहायता प्रदान की जा सकेगी।
- इस तरह वे अपनी आजीविका में विविधता ला सकेंगे तथा अपनी आय और जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकेंगे।
- 31 अगस्त, 2022 तक DAY-NRLM के तहत 5 करोड़ से अधिक परिवारों को 78.33 लाख SHG से जोड़ा जा चुका है।
- SHG समान सामाजिक-आर्थिक विशेषताओं वाले लोगों का अनौपचारिक समूह है। ये लोग साझा लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए इस समूह में शामिल होते हैं।
SHG का महत्वः
- सशक्तीकरण में मदद कर सकता है,
- अपने सदस्यों के बीच लघु बचत की आदतों को बढ़ावा दे सकता है,
- सामूहिक नेतृत्व के माध्यम से संघर्षों को हल कर सकता है,
- ग्रामीण गरीबों को औपचारिक बैंकिंग संरचना से जोड़ सकता है आदि।
SHG के समक्ष चुनौतियां:
- उनके पास संसाधनों की कमी होती है,प्रशिक्षण सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं,
- सभी सदस्यों को योजनाओं के बारे में अधिक ज्ञान नहीं होता है,
- समूह के प्रभुत्व वाले सदस्यों द्वारा शोषण किया जाता है,
- ऐसे समूहों के प्रति वित्तीय संस्थानों का रवैया सहयोग वाला नहीं होता है आदि
शुरू की गई पहलें:
- दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) चलाई जा रही है।
- भारतीय रिज़र्व बैंक ने SHG बैंक लिंकेज कार्यक्रम शुरू किया है,
- स्टार्टअप ग्राम उद्यमिता कार्यक्रम (SVEP) और महिला किसान सशक्तीकरण परियोजना (MKSP) भी चलाई जा रही हैं। ये दोनों DAY-NRLM की उप-योजनाएं हैं।
स्रोत – द हिन्दू