भारत और UAE द्वारा आर्थिक भागीदारी समझौते (CEPA) पर हस्ताक्षर
हाल ही में, भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच एक आभासी शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया था।
इस दौरान “एडवांसिंग कांप्रिहेंसिव स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप” पर एक संयुक्त दृष्टिकोण पत्र जारी किया गया। इसी सम्मेलन में दोनों देशों के मध्य “व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौते” (Comprehensive Economic Partnership Agreement: CEPA) पर हस्ताक्षर किए गए।
CEPA से अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार 60 अरब डॉलर के मौजूदा स्तर से बढ़कर 100 अरब डॉलर पहुँचने की संभावना है।
भारत और संयुक्त अरब अमीरात CEPA का महत्व
- इस समझौते से 80% वस्तुओं पर प्रशुल्क कम हो जायेगा। इसके अलावा, भारत से संयुक्त अरब अमीरात को होने वाले 90% निर्यात पर शून्य प्रशुल्क देना होगा।
- कई श्रम-गहन क्षेत्रों में 10 लाख नौकरियों के रूप में रोजगार सृजित होंगे।
- संयुक्त अरब अमीरात ने अमेरिका, यूरोपीय संघ, ब्रिटेन और जापान जैसे विकसित देशों में भारतीय दवाओं को विनियामकीय मंजूरी मिलने पर उनके स्वतः पंजीकरण एवं स्वीकृति प्रदान करने के लिए सहमति प्रकट की है।
- भारतीय निर्यातकों को संयुक्त अरब अमीरात के माध्यम से पश्चिम एशियाई देशों, अफ्रीका आदि तक पहुंच प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
भारत–संयुक्त अरब अमीरात संबंध
- वर्ष 2019-20 की स्थिति के अनुसार चीन और अमेरिका के बाद संयुक्त अरब अमीरात, भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है।
- संयुक्त अरब अमीरात भारत का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य भी है।
- दोनों देशों के मध्य समुद्री सहयोग के लिए ‘डेजर्ट ईगल’ जैसे नियमित सैन्य अभ्यास आयोजित किये जाते हैं। इससे क्षेत्र में शांति और सुरक्षा किय जात हा इससक्षम शाति आर सुरक्षा बनाए रखने में मदद मिलती है।
- संयुक्त अरब अमीरात में सर्वाधिक संख्या में भारतीय प्रवासी (35 लाख) रहते हैं। ये भारत में उच्च विप्रेषण (remittances) के रूप में योगदान भी देते हैं।
- वर्ष 2019 में इनसे कुल 06 बिलियन डॉलर विप्रेषण प्राप्त हुआ था।
- अंतरिक्ष सहयोग के रूप में इसरो (ISRO) ने संयुक्त अरब अमीरात का पहला नैनो-उपग्रह नायिफ-1 (Nayif-1) प्रक्षेपित किया था।
- दोनों देशों ने सीमा पार आतंकवाद सहित चरमपंथ और सभी प्रकार के आतंकवाद से निपटने के लिए संयुक्त रूप से प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
शिखर सम्मेलन के अन्य परिणाम
भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ और संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर संयुक्त स्मारक डाक टिकट भी जारी किया गया।
इसके अलावा दोनों देशों के मध्य निम्नलिखित समझौता ज्ञापनों (MOUs) पर हस्ताक्षर किए गए:
- “खाद्य सुरक्षा गलियारा पहल” पर समझौता ज्ञापन।
- वित्तीय परियोजनाओं और सेवाओं में सहयोग पर भारत की गुजरात इंटरनेशनल फाइनेंस टेकसिटी (गिफ्ट सिटी) और अबू धाबी ग्लोबल मार्केट के बीच समझौता ज्ञापन।
- जलवायु कार्रवाई और शिक्षा में सहयोग पर समझौता ज्ञापन।
स्रोत –द हिन्दू