प्रधानमंत्री द्वारा बेंगलुरू में E20 ईंधन की शुरुआत
प्रधानमंत्री ने 6 फरवरी 2023 को कर्नाटक के बेंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह (India Energy Week: IEW)- 2023 का उद्घाटन किया। इसी भारत ऊर्जा सप्ताह (IEW) 2023 के दौरान प्रधानमंत्री ने E20 ईंधन लॉन्च किया है
- 6 से 8 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस IEW का उद्देश्य एक ऊर्जा रूपांतरण पावरहाउस के रूप में भारत की बढ़ती शक्ति को प्रदर्शित करना है।
- E20 ईंधन में 20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल मिश्रित है। इसे अपने निर्धारित लक्ष्य से 2 वर्ष पहले लॉन्च किया गया है। अगले दो वर्षों में इसे चरणबद्ध तरीके से पूरे देश में लागू कर दिया जाएगा।
- भारत ऊर्जा सप्ताह का आयोजन पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय करता है। इसका उद्देश्य ऊर्जा संक्रमण के पावर हाउस के रूप में भारत की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करना है ।
- इथेनॉल मिश्रण (Ethanol Blending) एक मिश्रित मोटर वाहन ईंधन होता है। इसमें इथाइल अल्कोहल होता है ।
- यह इथाइल अल्कोहल कम से कम 99% तक शुद्ध होता है। इसे कृषि उत्पादों से प्राप्त किया जाता है। यह विशेष रूप से गैसोलीन के साथ मिश्रित होता है।
- गन्ना आधारित कच्चे माल के अलावा मक्का और भारतीय खाद्य निगम के पास उपलब्ध अधिशेष चावल से भी इथेनॉल उत्पादन की अनुमति दी गई है।
- सरकार EBP कार्यक्रम संचालित कर रही है। इसमें तेल विपणन कंपनियां 10% इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल बेचती हैं।
- पेट्रोल में औसतन 10% इथेनॉल के मिश्रण के लक्ष्य को जून 2022 में ही प्राप्त कर लिया गया था। इसी को देखते हुए पेट्रोल में 20% इथेनॉल मिश्रण के लक्ष्य प्राप्ति की निर्धारित अवधि को वर्ष 2030 की बजाय वर्ष 2025 कर दिया गया था ।
इथेनॉल मिश्रित ईंधन का महत्त्व–
- यह कम प्रदूषण फैलाने वाला ईंधन है। यह पेट्रोल की तुलना में कम लागत पर समान दक्षता प्रदान करता है।
- यह ऊर्जा सुरक्षा प्रदान करता है, कच्चे तेल के आयात बिल को कम करता है और अर्थव्यवस्था को निम्न कार्बन अर्थव्यवस्था की ओर ले जाता है ।
- यह स्थानीय उद्यमों और किसानों को ऊर्जा से जुड़ी अर्थव्यवस्था में भाग लेने के लिए सक्षम बनाता है।
इथेनॉल मिश्रण में सुधार के लिए किए गए उपाय–
- केंद्रीय बजट 2022-23 में गैर – मिश्रित ईंधन पर अतिरिक्त विभेदक उत्पाद शुल्क की घोषणा की गई है।
- अनाज आधारित डिस्टिलरीज (आसवनियों) को भी ब्याज छूट योजना का लाभ दिया गया है।
- ऑटोमोटिव ईंधन E12 (88% पेट्रोल के साथ 12 प्रतिशत इथेनॉल) और E15 के उपयोग हेतु निर्देश अधिसूचित किए गए हैं।
- राष्ट्रीय जैव ईंधन नीति में संशोधन किए गए हैं ।
स्रोत – द हिन्दू