घरेलू पेटेंट फाइलिंग में वृद्धि
नीति आयोग द्वारा किये गए एक अध्ययन के अनुसार भारत में घरेलू पेटेंट फाइलिंग पिछले 11 वर्षों में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय फाइलिंग से अधिक रही है ।
- पिछले 11 वर्षों में पहली बार, भारतीय पेटेंट कार्यालय में घरेलू पेटेंट फाइलिंग की संख्या अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट फाइलिंग की संख्या को पार कर गई है।
- कुल मिलाकर, पिछले 7 वर्षों में पेटेंट की कुल फाइलिंग में 50% से अधिक की वृद्धि हुई है।
- वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) में भारत की रैंकिंग सुधरकर, वर्ष 2021 में 48वें स्थान पर पहुंच गई थी। विदित हो कि वर्ष 2015-16 में भारत 81वें स्थान पर था।
घरेलू पेटेंट फाइलिंग में वृद्धि के कारण–
- क्रिएटिव इंडिया और इनोवेटिव इंडिया के लिए राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा अधिकार (IPR) नीति (2018) घोषित की गयी है।
- भारत में बौद्धिक संपदा अधिकार व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (DPIIT) लगातार प्रयास कर रहा है। यह विभाग बौद्धिक संपदा अधिकार नीति के कार्यान्वयन के लिए एक नोडल एजेंसी है।
- बौद्धिक संपदा अधिकार जागरूकता के लिए योजना की घोषणा की गयी है।
- विभिन्न तकनीकी क्षेत्रों में पेटेंट की जांच में लगने वाले समय को दिसंबर 2016 के 72 महीनों से घटाकर वर्तमान में 5-23 महीने कर दिया गया है।
- पेटेंट के लिए आवेदन शुल्क में छूट दी जा रही है। ऑनलाइन पेटेंट फाइलिंग पर 10% की छूट दी गयी है। इसके अलावा स्टार्ट-अप, छोटी संस्थाओं और शैक्षणिक संस्थानों के लिए 80% शुल्क रियायत दी गयी है।
- अन्य श्रेणियों के साथ-साथ स्टार्टअप्स और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (MSMEs) के आवेदनों की त्वरित जांच की जा रही है।
- नवाचार आदि को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग ने भारत नवाचार सूचकांक (III) जारी करना आरंभ किया है।
शब्दावली
बौद्धिक संपदा से तात्पर्य मस्तिष्क की रचनात्मकता से है। इसमें आविष्कार; साहित्यिक और कलात्मक कार्य; डिजाइन तथा वाणिज्य में उपयोग किए जाने वाले प्रतीक,नाम एवं चित्र शामिल हैं।
बौद्धिक संपदा के उदाहरण हैं – पेटेंट, कॉपीराइट और ट्रेडमार्क।
वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII) विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO), कॉर्नेल विश्वविद्यालय और इनसीड (INSEAD) द्वारा संयुक्त रूप से प्रकाशित किया जाता है। यह सूचकांक उपर्युक्त क्षेत्रों में नवाचारों का आकलन करता है। यह 81 अलग-अलग संकेतकों पर विभिन्न देशों में नवाचार तंत्र के प्रदर्शन को रैंक प्रदान करता है।
स्रोत –द हिन्दू